रेल ब्रिज निर्माण को लेकर किसानों और प्रशासन में टकराव जारी, मामला सुलझाने के लिए हुई बैठक
असल में बाढ़ क्षेत्र के मोकामा में डबल ट्रैक मेगा रेल पुल का निर्माण किया जा रहा है. पुल का बनना अपने अंतिम दौर में है, लेकिन जमीन अधिग्रहण के बाद किसानों और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बनने लगी है.
बाढ़ः बाढ़ के मोकामा में राजेन्द्रसेतु के समाननंतर बन रहे डबल ट्रैक मेगा रेल ब्रिज निर्माण को लेकर किसानों और प्रशासन ने टकराव की स्थिति लगातार बनी हुई है. पुल के निर्माण में भूमि अधिग्रहण को लेकर किसानों के साथ चल रहे गतिरोध को समाप्त करने के उद्देश्य से गुरुवार को मरांची थाना क्षेत्र के मरांची मध्य विद्यालय में किसानों और प्रशासन के वरिय अधिकारीयों के बीच एक बैठक की गई. इस बैठक में किसानों एक गुट से जदयू नेता पवन कुमार ने एलाइनमेंट चेंज करने की सख़्ती से माँग रखी, तो दूसरे गुट ने अपनी ज़मीनों का आवसीय दर से मुआवजे की मांग की. वहीं कुछ महिलाओं ने बताया की भूमि अधिग्रहण के बाद वे भूमिहीन हो जाएंगी अतः उचित मुआवजे के साथ उन्हें पुनः बसाने की व्यवस्था की जाए. इस बैठक के दौरान भूमिहीनों को सही मुआवजा और उचित न्याय दिलाने के संबंध में बातचीत हुई.
असल में बाढ़ क्षेत्र के मोकामा में डबल ट्रैक मेगा रेल पुल का निर्माण किया जा रहा है. पुल का बनना अपने अंतिम दौर में है, लेकिन जमीन अधिग्रहण के बाद किसानों और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बनने लगी है.
तेजी से पूरा हो रहा है पुल निर्माण
किसानों की समस्या को सुनने के बाद एसडीएम कुंदन कुमार ने कहा की ब्रिज निर्माण कार्य तेजी से पूर्णता की ओर अग्रसर है ऐसे में किसी सूरत में एलाइनमेंट चेंज नहीं किया जा सकता. हालांकि उन्होंने इस बात पर सहमति जताई की आवसीय क्षेत्र के बिल्कुल करीब होने के कारण यह भूमि आवसीय प्रतीत होती है अतः वे प्राधिकार से अनुरोध करेंगे की किसानों की माँग पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुये आवसीय दर से भुगतान करवाने की कृपा करें. जबकी जो परिवार भूमिहीन हो जायेंगे उनको फिर से बसाने की व्यवस्था भी प्रशासन करेगी. लम्बे वक़्त से चल रहे विवाद को समाप्त कराने के लिये एसडीएम कुंदन कुमार, ए एस पी अरविन्द प्रताप सिंह, डीसीएलआर और मोकामा सीओ भी मौजूद थे.