पटना : बिहार की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता परीक्षा BPSC एक बार फिर से विवादों में पड़नेवाली है. बता दें इस परीक्षा के जरिए हर साल बिहार में अधिकारियों का चयन होता है, जो राज्य के अलग-अलग सरकारी विभागों में प्रमुख पदों पर पदस्थापित होते हैं. बिहार देश के उन गिने-चुने राज्यों में शामिल है, जहां ये परीक्षा करीब-करीब हर साल आयोजित होती है. बिहार के छात्र-छात्राओं के लिए यूपीएससी के बाद सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यही परीक्षा होती है.  


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दो चरण में तय की गई है PT परीक्षा
67वीं बीपीएससी की पीटी परीक्षा के लिए 20 और 22 सितंबर की तारीख तय की गई है. इस बार परीक्षा दो चरणों में कराने की बात कही गई है. पहले ये परीक्षा 8 मई को एक चरण में आयोजित की गई थी, जिसे प्रश्न पत्र लीक होने के बाद रद्द कर दिया गया था. एक बार पेपर रद्द करने के बाद अभ्यर्थी और आयोग दोनों की यही इच्छा थी कि जल्द से जल्द परीक्षा का आयोजन हो, लेकिन आयोग के इस दो चरण में पीटी परीक्षा लिए जाने की घोषणा के बाद से ही लगने लगा है कि यह विवाद को बढ़ाएगा.  


इस बार आयोग ने परीक्षा के लिए किए हैं कई बदलाव 
इस बार आयोग ने बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में कई तरह के बदलाव किए हैं. इस बार अभ्यर्थियों को परीक्षा शुरू होने से 1 घंटे पहले परीक्षा हॉल में प्रवेश करना होगा, साथ ही परीक्षा खत्म होने के 15 मिनट बाद ही छात्र हॉल से बाहर निकल सकेंगे. सभी परीक्षा केंद्र पर जैमर लगाए जाएंगे और प्रश्नपत्र खास तौर पर जीपीएस लगे स्टील के बॉक्स में पैक होगा. इसके साथ ही आयोग ने ये व्यवस्था की है कि सभी परीक्षा केंद्रों के प्रश्नपत्र में यूनिक कोड होगा, जिससे गड़बड़ी की स्थिति में केवल उसी सेंटर की परीक्षा रद्द की जाएगी. इस बार फिर से 802 पदों के लिए 6 लाख 2 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे. 


PT परीक्षा में लागू होगा परसेंटाइल


आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद का दावा है कि उन्होंने पुख्ता तैयारी की है, लेकिन बावजूद इसके लगता नहीं है कि इस बार की भी परीक्षा बिना विवाद के निपट पाएगी. इसकी सबसे बड़ी वजह है दो चरणों में पीटी परीक्षा का आयोजन होना. बीपीएससी अध्यक्ष ने इस बात को लेकर आश्वासन दिया है कि परसेंटाइल विधि से अंक दिया जाएगा,  जिससे किसी अभ्यर्थी को अनुचित लाभ ना मिल सके. लेकिन परसेंटाइल विधि में भी काफी जटिलताएं हैं, ये एक जटिल प्रक्रिया है जिसे लेकर ज्यादातर अभ्यर्थियों के मन में कई तरह की आशंकाएं हैं.


UPSC मैंस परीक्षा के बीच में BPSC की PT
अभ्यर्थियों के सामने एक और परेशानी यूपीएससी मैंस परीक्षा को लेकर है. ये परीक्षा अगले महीने 16 सितंबर से शुरू होकर 25 सितंबर तक आयोजित की जाएगी. 20 और 22 सितंबर को तो यूपीएससी मैंस की परीक्षा नहीं है, लेकिन वैसे अभ्यर्थी जो यूपीएससी मैंस और बीपीएससी पीटी दोनों देना चाहते हैं उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. 


अभ्यर्थी बना रहे विरोध का मन
अब बीपीएससी अभ्यर्थी दो चरणों में हो रही परीक्षा के विरोध का मन बना रहे हैं. अभ्यर्थी सोशल मीडिया पर मेल करने और ट्वीटर कैंपेन चलाने की बात कह रहे हैं. ज्यादातर अभ्यर्थी कह रहे हैं कि आयोग को छात्रों के मन में पल रही इस आशंका को दूर करना चाहिए. परीक्षा भले थोड़ी और देरी से हो लेकिन बेहतर होगा इसे एक ही चरण में आयोजित किया जाए. अभ्यर्थी अब ये भी मांग कर रहे हैं कि जब इतनी देरी हुई ही है तो कुछ देर और सही. 


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