Patna AQI: आज पटना का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगभग 134 है, जो कि 'खराब' श्रेणी में आता है. इसका मतलब है कि पटना में हवा में मौजूद प्रदूषक तत्व जैसे पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर बढ़ा हुआ है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं. खासकर बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा या हृदय रोग जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए. डॉ.वीके मोंगा के अनुसार ठंड के मौसम में वायु गुणवत्ता अक्सर और भी बिगड़ती है, जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है और सांस से संबंधित रोग होने का खतरा होता है.


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प्रदूषण से बचाव के लिए कुछ सरल उपाय


मास्क पहनें
डॉ.वीके मोंगा के अनुसार जब भी बाहर निकलें तो एन95 मास्क का उपयोग करें. यह मास्क हवा में मौजूद छोटे कणों को रोकने में सहायक होता है और आपके फेफड़ों तक प्रदूषक पहुंचने से रोकता है.


घर के अंदर रहें
डॉक्टर के अनुसार जितना संभव हो, घर के अंदर ही रहें. विशेष रूप से सुबह और शाम के समय, जब प्रदूषण का स्तर अधिक होता है. खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें ताकि बाहर का प्रदूषण अंदर न आ सके.


एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें
उन्होंने बताया कि घर में हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें. खासकर ऐसे कमरों में जहां आप अधिक समय बिताते हैं, यह प्यूरीफायर हवा में मौजूद हानिकारक तत्वों को साफ करने में मदद करेगा.


परिवहन में सावधानी बरतें
साथ ही  निजी वाहन के स्थान पर सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें. इससे प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी और ट्रैफिक में समय भी बचेगा.


संतुलित आहार लें
इसके अलावा अपनी डाइट में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फलों और सब्जियों को शामिल करें, जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो सके. साथ ही नियमित उपायों का पालन करें और प्रदूषण के प्रभाव से बचें. पटना जैसे प्रदूषण प्रभावित शहर में विशेष सावधानी रखना जरूरी है.


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