पटना : Daily Panchang 10 October: आज का पंचांग आपके लिये शुभ तिथि और मुहूर्त लेकर आया है. आज सोमवार है, सोमवार का दिन देवाधिदेव महादेव को समर्पित है. कहते हैं कि महादेव की पूजा यूं तो हर दिन करना चाहिए लेकिन महादेव को सोमवार का दिन सबसे प्रिय हैं ऐसे में उनको प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन व्रत और पूजा आदि करने से भगवान महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. अगर आप महादेव की कृपा चाहते हैं तो आपको सामवार का व्रत रखना चाहिए.


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सोमवार का व्रत रखने से भगवान महादेव की कृपा आप पर बनी रहती हैं और आपके जीवन में होने वाले सभी अनिष्टों से आपकी रक्षा होती है. आपके सभी संकटों का नाश होता है और साथ ही आपकी मनोवांक्षित मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. ऐसे में जानिए आज के पंचांग में क्या है खास, बता रहे हैं आचार्य विक्रमादित्य-


आज का पंचांग
कार्तिक – कृष्ण पक्ष – प्रतिप्रदा  - सोमवार
नक्षत्र-  रेवती 
महत्वपूर्ण योग-  व्याघात योग 
चंद्रमा का मेष के उपरांत वृषभ राशि पर संचरण
आज शुभ मुहूर्त सर्वार्थ सिद्ध योग 11.49 से  12.33 बजे तक
राहुकाल - सुबह 08.06- 09.27 बजे तक 
त्योहार- कार्तिक मास प्रारंभ 


कृष्ण पक्ष की प्रतिप्रदा
हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष के इस आठवें महीने को कार्तिक मास कहते हैं. सोमवार कार्तिक कृष्ण पक्ष प्रतिप्रदा के साथ इस मास की शुरुआत हो रही है. इस महीने को पुराणों के अनुसार स्नान, व्रत, तप और मोक्ष  का महीना कहा गया है. इस महीने में लोग प्रातः सूर्य उदय से पहले स्नान कर मंदिरों और शिवालयों में पहुंचकर भगवान की अराधना करते हैं. इसका विशेष महत्व है.   इस बार कार्तिक मास का स्नान 29 अक्तूबर से प्रारंभ हो रहा है. लोग इस दौरान नदियों के किनारे जाकर वास भी करते हैं और यहीं अपना पूरा समय स्नान और भगवान की भक्ति में गुजारते हैं.  


इस पूरे माह स्नान, दान, दीपदान, तुलसी विवाह आदि का महात्मय बताया गया है. ऐसा करनेवाले व्यक्तियों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है साथ ही उनके पाप समाप्त होते हैं. 


कार्तिक मास का महत्व
कहते हैं कि कार्तिक के महीने में गंगा या अन्य पवित्र नदियों में सुबह स्नान करने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं. साथ ही मास मोक्षदायनी भी माना जाता है. ऐसे में इस महीने में सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए कई धार्मिक कर्मकांड भी किए जाते हैं.  इस मास में किए गए पूजा और व्रत के बारे में पुराणों में वर्णित है कि इससे तीर्थयात्रा के बराबर पुण्य फल प्राप्त होता है. स्कन्द पुराण, नारद पुराण, पद्म पुराण जैसे ग्रंथों में इस महीने के स्नान के महत्व को उल्लेखित किया गया है. 


गुप्त मनोकामना की पूर्ति के लिए
इस दिन अगर आपको अपने गुप्त मनोकामना की पूर्ति करनी है तो आपको कुछ खास उपाय करना चाहिए जिसमें एक सूखा नारियल, पांच बतासा, या ढाई सौ ग्राम चीनी, तीन मुट्ठी आटा, सफेद सूती वस्त्र में लपेटकर संध्या के समय नदी के किनारे थोड़ा सा गड्ढा करके दबा देना चाहिए और उसके ऊपर एक मिट्टी का दीपक जला देना चाहिए.


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