छपरा: Chhapra Hooch Tragedy:  छपरा में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. अब तक तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत जहरीली शराब से हो गयी है. जिले के इसुआपुर प्रखंड के रामपुर अटौली पंचायत में 7 लोगों की मौत अब तक हो चुकी हैं. जिसके बाद पूरे गांव में मातमी सन्नाटा छाया हुआ है. परिजनों के चीख पुकार से पूरा गांव गमगीन है. ग्रामीणों ने मौत के लिए सरकार और प्रशासन पर शराब बेचने का आरोप लगाया है.


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तेजी से बढ़ रहे मौत का आंकड़ा


वहीं दूसरी तरफ छपरा के मसरख में जहरीली शराब पीने से बीमार लोगों की मसरख सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए आने का सिलसिला जारी है. लोगों का कहना है कि बिहार में शराबबंदी नाममात्र है. जहरीली शराब या कोई भी शराब जब चाहे जहां चाहे आसानी से मिल जा रहा है. लोगों में काफी गुस्सा दिख रहा है. वहीं महिलाओं का रो रो कर बुरा हाल है.


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मंत्री का अजीबोगरीब बयान


इस बीच जहरीली शराब से हुई मौतों पर बिहार सरकार के मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने अजीबो-गरीब बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जब शराबबंदी है तो शराब का सेवन गलत है और गैर कानूनी है.पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. 2016 में दोनों सदनों में पास होने के बाद कानून तो बन गया, कानून तो अंग्रेजों ने भी बनाया 100 साल पहले बनाया था. लेकिन CRFC एक्ट इजात हुआ तब भी चोरी की घटना या मर्डर की घटना होती रही. तो कानून तो वही लोग मानते हैं जो कानून का पालन करते हैं, लेकिन समाज में कानून तोड़ने वाले भी लोग होते हैं


इनपुट- रूपेंद्र श्रीवास्तव, राकेश कुमार