पटना: गर्मी बढ़ने के साथ ही बिहार में अब डायरिया मरीजों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ने लगी है. राजधानी पटना में लगभग 100 के आसपास मरीज़ अलग-अलग अस्पतालों में देखे गए हैं. छोटे बच्चे इससे अधिक प्रभावित हैं. गर्मी की वजह से इस तरह की समस्या आती है. गार्डिनर अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर मनोज कुमार का कहना है कि डिहाइड्रेशन की समस्या इस समय ज्यादा आती है और इस समय लूज मोशन डायरिया भी काफी बढ़ जाता है. इसमें डिहाइड्रेशन बढ़ता है. पेशेंट हमारे यहां आ रहे हैं जिन पर थोड़ा ध्यान देने की भी जरूरत है. गर्मी के समय में बाहर न निकले सुबह और शाम के समय में घरों से बाहर निकले.


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डॉक्टर ने कहा कि अगर घर से निकलना मजबूरी है तो वह छाता या टोपी से सिर को ढके मुंह को भी ढक कर चले. घर से फुल पानी पीकर चले. डायबिटीज नहीं है तो ORS का सेवन करें. किसी व्यक्ति को अगर ऐसा होता है तो पैरों में दर्द होने लगता है, कमजोरी होने लगता है, बुखार होने लगता है तो उसे जल्द से जल्द ORS पाउडर लेना चाहिए या नींबू पानी ,चीनी ,नमक का सेवन करना चाहिए. अगर उससे भी कंट्रोल नहीं हो रहा हो तो डॉक्टर से जल्द से जल्द मिलना चाहिए.


दूसरी तरफ गर्मी बढ़ने के साथ ही बक्सर के सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या में बढ़ गई है. आम दिनों की अपेक्षा सदर अस्पताल में इलाज करने वाले मरीजों की संख्या 150 से 200 के लगभग बढ़ गया है. सामान्य दिनों में बक्सर सदर अस्पताल में इलाज कराने को लेकर 4 से 5 सौ मरीज पहुंचते थे. लेकिन गर्मी बढ़ने के कारण इन दिनों सदर अस्पताल में 6 से 7 सौ मरीज पहुंच रहे है. जिसमें सर्दी, बुखार, पेट दर्द, दस्त और लूज मोशन के मरीज की संख्या बड़ी है. गर्मी बढ़ने के कारण चुनाव के समय हीट वेव का शिकार मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ था.


पटना से सनी कुमार और बक्सर से अजय कुमार की रिपोर्ट


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