पटनाः Diwali 2022 Upaay:दिवाली का त्योहार आज है. दीपावली पांच दिवसीय पर्व है, जो धनत्रयोदशी से शुरू होता है. धनतेरस से लेकर दीपावली तक देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस दिन विधिपूर्वक लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में सुख से भर जाता है. दीपावली कार्तिक अमावस्या को मनाई जाती है. इसलिए यह दिन उपायों के लिए भी विशेष होता है.


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गुप्त मनोकामना की पूर्ति के लिए
मध्याह्न के समय हरसिंगार के पोधे की जड़ के पास सात मिट्टी का दीपक तिल के तेल में प्रज्जलित करें और जलते हुए दीपक में एक-एक लौंग डाल दें. ये उपाय आपकी किसी भी गुप्तमनोकामना की पूर्ति का साधक बनेगा. यदि आप चाहते हैं कि दीपावली के दिन आपके घर में माता लक्ष्मी का प्रवेश हो, तो ब्रह्म मुहूर्त में उठें. घर के बाहर और अंदर सफाई करें. मुख्य द्वार के आसपास चप्पल न रखें.


बरगद के तने में बांधे गांठ
दिवाली के दिन लोग माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए घरों को रंगोली, फूल और दीपक से सजाते हैं. बता दें देवी लक्ष्मी के स्थायी निवास के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज घर के मुख्य द्वार के आसपास साफ-सफाई रखना है. दिवाली की रात पूजा करने के बाद चांदी के बर्तन में कर्पूर जलाकर देवी लक्ष्मी की आरती करनी चाहिए. ऐसा करने से मनुष्य को आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता है. दीपावली की शाम को बरगद के पेड़ के तने में गांठ बांधने से धन लाभ होता है. यह गांठ पैसा कमाने के बाद खोलनी होती है.


दिवाली के दिन घर के कोने में दीपक जलाएं. ऐसा करने से घर से दरिद्रता दूर होती है. दिवाली पर मिट्टी की बनी मूर्ति का पूजन करना सबसे शुभ माना जाता है. आप अष्टधातु, पीतल या चांदी की मूर्ति का भी पूजन कर सकते हैं.