पटनाः Diwali Cleaning And Dhanteras:नवरात्रि के बाद अब घरों में दीवाली की तैयारियां जारी है. दीवाली की तैयारी यानि कि दीपावली की साफ-सफाई. दीवाली से पहले साफ-सफाई का खास महत्व होता है. यह मां लक्ष्मी के घरों में आगमन का त्योहार होता है. इसलिए जरूरी है कि जब माता आ रही हैं तो घरों को साफ कर लिया जाए. दीपावली का त्योहार पांच पर्वों की शृंखला होता है. इसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और फिर यम द्वितीया पर पर्व की समाप्ति होती है. दीवाली से पहले साफ-सफाई का विशेष महत्व होता है. माता लक्ष्मी उन्हीं घरों में निवास करती हैं जो साफ होते हैं और जहां गंदगी नहीं होती. न ही घर में और न ही आचरण में.  


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इस कोने को करें पहले साफ
अगर आप भी दीवाली की सफाई कर रहे हैं तो सबसे पहले घर के उस कोने को साफ कर लेना चाहिए, जो सबसे जरूरी है. वास्‍तु शास्‍त्र के अनुसार घर में ईशान कोण सबसे अहम स्थान है. इसे देवताओं का विशेष स्थान माना गया है. घर की किचन और पूजा घर इसी दिशा में बनाए जाते हैं. धनतेरस और दीपावली के दिन ईशान कोण की अच्‍छे से सफाई कर लेनी चाहिए. घर के ईशान कोण में कोई भी कबाड़ न रखें. माना जाता है कि घर का ईशान कोण साफ-सुथरा हो तो मां लक्ष्‍मी और भगवान कुबेर की कृपा बनी रहती है और घर में सुख-समृद्धि आती है. 


यहां न रखें भारी वस्तु
घर का दूसरा सबसे अहम हिस्‍सा होता है ब्रह्म स्थान. ब्रह्म स्थान घर के बीच का हिस्‍सा होता है. घर के इस हिस्से को हमेशा खुला और हवादार रखना चाहिए. ब्रह्म स्थान से भारी फर्नीचर हटा दें और कोई भी फालतू चीज यहां ना रखें. दिवाली की सफाई में घर की पूर्व दिशा का जरूर ध्यान रखें. घर में सकारात्मक ऊर्जा इसी दिशा से आती है. इसलिए धनतेरस और दिवाली के दिन सुबह-सुबह ही घर की पूर्व दिशा को साफ कर लेना चाहिए. घर की इन जगहों को साफ-सुथरा रखने से घर में माता लक्ष्मी का वास होता है.


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