गोपालगंज: पूर्व सांसद आनंद मोहन को एक लंबे अंतराल के बाद आखिरकार बृहस्पतिवार को रिहाई मिल ही गई. दरअसल, आनंद मोहन डीएम जी कृष्णैया की हत्या मामले में गिरफ्तार हुए थे. उनकी रिहाई को लेकर सियासी चर्चा भी तेज हो गई है. डीएम ही हत्या के दौरान उनके ड्राइवर दीपक कुमार को भी गंभीर चोट आई थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


बता दें कि जी कृष्णैया गोपालगंज के डीएम थे और 1994 में जब मुजफ्फरपुर जिले से गुजर रहे थे, तभी भीड़ ने पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी थी. इस हादसे में उनके ड्राइवर दीपक कुमार को भी गंभीर चोट आई थी. दीपक कुमार गोपालगंज के अधिवक्ता नगर मोहल्ले में रहते थे. मात्र एक दीपक ही उनकी हत्या के चश्मदीद थे. दीपक ने बताया कि डीएम जी कृष्णैया तारीख पांच दिसंबर साल 1994 में अपनी एंबेसडर कार से वैशाली एक मीटिंग के लिए निकले थे. डीएम के साथ मैं और उनका बॉर्डीगार्ड था. जैसे ही गाड़ी एनएच-28 जाम कर सड़क पर उतरी भीड़ ने हमला कर दिया. उन्होंने बताया कि उस समय भीड़ में करीब पांच हजार से ज्यादा लोग थे. जब तक वो भागते तब तक भीड़ ने गाड़ी को घेर लिया और डीएम को उतारकर उनकी पिटाई कर दी.


दीपक ने आगे बताया कि गाड़ी के रुकते ही साहब को भीड़ ने उतार लिया. उनके बचाने का काफी प्रयास किया लेकिन इस हमले में लोगों उनकी भी पिटाई कर दी थी. उन्होंने बताया कि उनको भी गंभीर चोट आई थी. साथ ही कहा कि भीड़ ने साहब की ज्यादा पिटाई कर दी थी. जिससे वो एक दम खून से लथपथ हो गए. उनको अस्पताल लेकर पहुंचे,तब तक बहुत ही दे हो चुकी थी. डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.


ये भी पढ़िए-  Lok Sabha Election 2024 Sasaram Seat: मोदी लहर में ढ़ह गया कांग्रेस का किला, जगजीवन बाबू के परिवार ने सासाराम को क्या दिया?