जीतन राम मांझी ने राजग छोड़ राजद-कांग्रेस महागठबंधन में शामिल होने की घोषणा की
जीतन राम मांझी ने बिहार से राज्यसभा की छह सीटों में से अपनी पार्टी का एक उम्मीदवार बनाने की मांग की थी.
पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) सेक्युलर के प्रमुख जीतन राम मांझी ने एनडीए से गठबंधन से तोड़ दिया है. बुधवार को उनकी तरफ से इसका ऐलान किया गया. जीतनराम मांझी ने कहा कि इस बाबत सभी औपचारिकता पूरी हो गई है और कल घोषणा की जाएगी.
तेजस्वी यादव ने किया स्वागत
एनडीए को अलविदा कहने के बाद जीतन राम मांझी महागठबंधन का हिस्सा होंगे. मांझी के महागठबंधन में शामिल होने के फैसले पर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि 'वह (जीतन राम मांझी) मेरे परिजनों के पुराने मित्र हैं. हम उनका स्वागत करते हैं.'
राज्यसभा की छह सीटों के चुनाव में हम सेक्युलर के एक को उम्मीदवार बनाएं- मांझी
इससे पहले जीतन राम मांझी ने बिहार से राज्यसभा की छह सीटों में से अपनी पार्टी का एक उम्मीदवार बनाने की मांग की थी. मांझी ने आगामी 23 मार्च को बिहार से राज्यसभा की छह सीटों के लिए होने वाले द्विवार्षिक चुनाव में अपनी पार्टी से एक व्यक्ति को राजग का उम्मीदवार घोषित किए जाने की मांग की थी.
हम राजग की पिछले तीन साल से तन-मन-धन से सेवा कर रही है- जीतनराम
उन्होंने कहा कि अगर राजग नेतृत्व ने उनकी मांग को अनसुनी की तो हम सेक्युलर के नेता और कार्यकर्ता बिहार में आगामी 11 मार्च को हो रहे अररिया लोकसभा सीट और जहानाबाद एवं भभुआ विधानसभा उपचुनाव में राजग उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि वे और उनकी पार्टी राजग की पिछले तीन साल से तन-मन-धन से सेवा कर रहे हैं. एकपक्षीय काम होता रहा है.
पीएम मोदी और अमित शाह के नाम पर राजग का समर्थन करते रहे हैं- मांझी
मांझी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नाम पर राजग का समर्थन करते रहे हैं. उन्होंने एक कहावत को उद्धत करते हुए कहा कि जबतक बच्चा रोता नहीं है तब तक मां बच्चे को दूध नहीं पिलाती है. यही स्थिति ‘हम’ के साथ है. उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने गत शुक्रवार को पूरे देश में आगामी अप्रैल में रिक्त होने वाली राज्यसभा की 58 सीटों जिसमें बिहार से छह सीट शामिल हैं, जिसके द्विवार्षिक चुनाव तारीख आगामी 23 मार्च निर्धारित है.