पटना : बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव और प्रमुख आईएएस अफसर केके पाठक के खिलाफ डॉ.अजय कुमार ने एक गंभीर आरोप लगाया है. अजय कुमार का कहना है कि केके पाठक के द्वारा उन्हें फोन करके गाली गलौज की गई है. इस मामले में डॉक्टर ने यह कहा है कि उन्हें अपनी बात करने का कोई संविदानिक अधिकार नहीं है और उन्होंने केके पाठक पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की है.


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इस मामले को लेकर बता दें कि डॉक्टर ने केके पाठक को मानसिक बीमार बताया था. दरअसल, पाठक ने 25 दिसंबर को डॉक्टर को फोन करके गालियां दीं. इस पर प्रकट हुए विवाद में डॉक्टर ने यह दावा किया कि वे परिवार के साथ थे और इस तरह की गालियां सुनने के लिए उनके बच्चे उपस्थित थे, इसलिए उन्होंने तुरंत फोन काट दिया. डॉक्टर ने यह भी बताया कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव को इस मामले में संलिप्त करने के लिए पत्र लिखेंगे और थाने में भी शिकायत दर्ज कराएंगे.


उन्होंने कहा कि यदि सरकार दो सप्ताह के भीतर कोई कार्रवाई नहीं करती है तो वह कोर्ट में जाएंगे. डॉक्टर ने स्पष्ट कर दिया कि फोन करके गाली देना सरकारी अधिकारी के लिए गलत है और इससे उनकी प्रतिष्ठा पर कोई असर नहीं पड़ना चाहिए. इस मामले में सुरक्षा उपायों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है ताकि इस तरह के घटनाओं को रोका जा सके. अगर किसी को किसी से असम्मानित ढंग से बात करनी है, तो उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना चाहिए और इसे बड़े पैम्बर से देखा जाना चाहिए. यह विवाद भी सिखाता है कि ऑनलाइन स्पेस में भी सावधानी बरतनी चाहिए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्ती से कार्रवाई की जानी चाहिए.


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