पटनाः Sharad Yadav Death: जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का नहीं रहे. शरद यादव की बेटी शुभाषिनी यादव ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है. उनकी उम्र 75 साल थी. शुभाषिनी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'पापा नहीं रहे'. सामने आया है कि पूर्व जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव का निधन गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ है. वह हाल के दिनों में बीमार भी चल रहे थे.



COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


छात्र राजनीति से सियासत में एंट्री



1 जुलाई 1947  को आजादी वाले साल से महीने भर पहले जन्मे शरद यादव की पहचान बिहार की सियासत से लेकर राष्ट्रीय राजनीति में रही है. मध्यप्रदेश के होशंगाबाद के बंदाई गांव के एक किसान परिवार में उनका जन्म हुआ था और वह छात्र राजनीति से सियासत में एंट्री करने वाले नेताओं में से एक थे. शरद यादव ने पहले मध्य प्रदेश, फिर उत्तर प्रदेश और फिर बिहार में अपना राजनीतिक परचम लहराया था. शरद यादव जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके थे. देश के समाजवादी नेताओं के तौर पर उनकी भी गिनती होती रही है. बिहार के वर्तमान सीएम नीतीश कुमार से हुए विवाद के बाद उन्होंने पार्टी का साथ छोड़ दिया था. वो बिहार की मधेपुरा सीट से कई बार सांसद रह चुके थे. शरद यादव के निधन पर कई राजनेताओं ने शोक प्रकट किया है. 



बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट करके उन्हें श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ' मंडल मसीहा, राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूँ. कुछ कह पाने में असमर्थ हूँ.
माता जी और भाई शांतनु से वार्ता हुई। दुःख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार परिजनों के साथ है.