मुंगेर पहुंचा गंगा विलास क्रूज, बबुआ घाट में हुआ भव्य स्वागत
गंगा विलास क्रूज पर देश के साथ विदेशी सैलानी भी सैर पर निकले है. मुंगेर पहुंचते ही भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश जैन के नेतृत्व में प्रदेश कार्य समिति सदस्य संजीव मंडल ने सभी अतिथियों का अभिवादन किया.
मुंगेर : भारत का पहला दोमंजिला पर्यटक क्रूज गंगा विलास अपने निर्धारित तिथि से एक दिन पहले ही बुधवार को दोपहर बाद लगभग तीन बजे मुंगेर के बबुआ घाट पहुंचा. प्रधानममंत्री नरेन्द्र मोदी ने 13 जनवरी को हरी झंडी दिखाकर वाराणसी से गंगा विलास क्रूज को रवाना किया था. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस वाराणसी से डिब्रूगढ़ की 51 दिनों की यात्रा पर निकले इस क्रूज में स्वीटजरलैंड के कुल 32 सैलानी तथा 19 क्रू मेंबर मौजूद थे. जिनका अपर समाहर्ता विद्यानंद सिंह ने बबुआ घाट में स्वागत किया.
गंगा विलास क्रूज पर विदेशी सैलानी कर रहे सैर
गंगा विलास क्रूज पर देश के साथ विदेशी सैलानी भी सैर पर निकले है. मुंगेर पहुंचते ही भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश जैन के नेतृत्व में प्रदेश कार्य समिति सदस्य संजीव मंडल ने सभी अतिथियों का अभिवादन किया. साथ ही विदेशी सैलानियों ने भी हाथ जोड़कर ही प्रत्युत्तर दिया. इसके बाद जैसे ही सैलानी क्रूज से बहार आए तो घाट की सीढ़ियों पर कतारबद्ध रुप से मौजूद भारत स्काउट एंड गाईड के स्वयंसेवकों ने तालियों की गड़गड़ाहट और स्वागत गीत से सैलानियों का स्वागत किया. वहीं एनडीआरफ टीम के 25 सदस्य पटना से ही मुंगेर तक सैलानियों की सुरक्षा के लिए सड़क मार्ग से पहुंचे. यह टीम बुधवार की रात मुंगेर में ही रुकेगी तथा पर्यटकों के भागलपुर रवाना होने के बाद पटना लौट जाएगी. वहीं गंगा विलास क्रूज के साथ सुरक्षा के लिए विशाल क्रेन से लैस सेफ्टी फस्ट स्टीमर चल रहा था. जिसमें किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के सभी संसाधन मौजूद हैं.
20 की सुबह क्रूज को पहुंचना था मुंगेर
बताते चलें कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गंगा विलास क्रूज को 20 जनवरी की सुबह मुंगेर के बबुआ घाट पहुंचना था, लेकिन यह क्रूज दो दिन पहले ही 18 जनवरी को दोपहर बाद 3:20 बजे बबुआ घाट पहुंच गया. इधर बबुआ घाट पर जिला प्रशासन द्वारा सैलानियों के बिहार योग विद्यालय और शहर भ्रमण के लिए ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई थी. जिसके माध्यम से सभी पर्यटक सबसे पहले बिहार योग विद्यालय पहुंचे. जहां लगभग एक घंटे तक सभी पर्यटक बिहार योग विद्यालय के विभिन्न पहलुओं से अवगत हुए. इसके पश्चात फिर सभी लोग ई-रिक्शा के माध्यम से ही शहर भ्रमण पर निकल गए. इस दौरान वे लोग मुंगेर किला, मीरकासिम का सुरंग,कष्टहरणी घाट,जयप्रकाश उद्यान,मुख्य बाजार आदि का भ्रमण किया तथा यहां के दृश्यों को अपने कैमरे में कैद भी किया.
सेल्फी लेने की लगी होड़
विदेशी पर्यटक जैसे ही बबुआ घाट में ई-रिक्शा पर बैठने लगे, वहां पहले से सैकड़ों की संख्या में जमा स्थानीय लोगों में विदेशी सैलानियों के साथ सेल्फी लेने की होड़ लग गई. हलांकि सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस बल के जवान सभी सैलानियों को कवर दिया गया. इसके वाबजूद लोग सैलानियों के साथ सेल्फी लेते नजर आए.
घाट पर सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम
बबुआ घाट में विदेशी सैलानी को लेकर क्रूज के पहुंचने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा घाट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. इसके तहत लगभग पुलिस बल के 50 जवानों को प्रतिनियुक्त किया गया था. जबकि पर्यटकों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए लाइजन अधिकारी के रुप में जिला पंचायती राज पदाधिकारी मो.मंजूर आलम को प्रतिनियुक्त किया गया था. जबकि गाइड के रूप में अधिवक्ता अवधेश कुमार तथा अनिल कुमार पांडेय को प्रतिनियुक्त किया गया था.
इनपुट- प्रशांत कुमार मुंगेर
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