पटना: बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सोमवार को कहा कि बिहार में सरकार युवाओं और बेरोजगारों के लिए निरंतर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार न्याय के साथ विकास का काम कर रही है. आर्लेकर बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की शुरुआत के मौके पर दोनों सदनों के सदस्यों को संयुक्त रूप से संबोधित कर रहे थे.


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2005 के बाद बनाए गए 297 थाने
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता सुशासन की सरकार और कानून व्यवस्था स्थापित करने की है. उन्होंने आगे कहा कि कानून व्यवस्था को दुरुस्त बनाने और मामले की जांच की गति तेज करने के लिए पुलिस की बहाली और आधारभूत संरचनाओं का विकास किया जा रहा है. 2005 में पुलिसकर्मियों की संख्या काफी कम थी, इसके बाद कई पदों को सृजित किया गया, बल्कि बहाली भी प्रारंभ की गई. 2005 के बाद 297 थाने बनाए गए.


संबोधन के दौरान विपक्षी सदस्यों ने बीच-बीच में लगाए नारे 
राज्यपाल के संबोधन के दौरान विपक्षी सदस्य बीच -बीच में नारे भी लगाते रहे. नारों के बीच भी राज्यपाल ने अपना संबोधन जारी रखा. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि 2005 से अब तक 5.35 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी गई. वहीं पिछले दिनों 3.63 लाख लोगों को नौकरी दी गई. जिसमे सबसे अधिक शिक्षकों की बहाली की गई.


जातीय जनगणना के बाद बढ़ाई गई आरक्षण की सीमा
राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आगे कहा कि अभी भी 1.27 लाख नियुक्ति प्रक्रियाधीन है. राज्यपाल ने जातीय जनगणना कराए जाने की चर्चा करते हुए कहा कि जातीय जनगणना के बाद आरक्षण की सीमा भी बढ़ाई गई है. जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के लिए भी केंद्र सरकार की तारीफ की गई. राज्यपाल ने अपने अभिभाषण के दौरान कहा कि राज्य में सुचारू यातायात के लिए 36 बाईपास के निर्माण होने हैं. चौथे कृषि रोड मैप पर काम हो रहा है.
इनपुट- आईएएनएस के साथ


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