Hartalika Teej Mantra: इन मंत्रों से करें हरितालिका तीज पर महादेव और पार्वती की पूजा
Haritalika Teej Mantra: हरितालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं. धार्मिक मान्यता है कि हरितालिका तीज व्रत के प्रभाव से सौभाग्य प्राप्त होता है. इस दिन अविवाहति लड़कियां मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं.
Hartalika Teej Mantra: हरितालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं. धार्मिक मान्यता है कि हरितालिका तीज व्रत के प्रभाव से सौभाग्य प्राप्त होता है. इस दिन अविवाहति लड़कियां मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं. इसमें माता पार्वती और शिव की पूजा की जाती है. हरतालिका तीज व्रत में आठों पहर पूजन का विधान है. ऐसे में इस व्रत के दौरान रात में जगकर शिव-पार्वती के मंत्रों का जाप या भजन करना उत्तम माना गया है. पूजन के दौरान हरतालिका तीज की व्रत कथा जरूर सुनना चाहिए. इस दौरान जब भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा की जाती है तो विशेष मंत्रों का प्रयोग किया जाता है. जानिए, पूजा में किन मंत्रों का करते हैं प्रयोग.
शांति मंत्र
ॐ द्यौः शान्तिरन्तरिक्षं शान्तिः पृथिवी शान्तिरापः शान्तिरोषधयः शान्तिः. वनस्पतयः शान्तिर्विश्वेदेवाः शान्तिर्ब्रह्म शान्तिः सर्वँ शान्तिः शान्तिरेव शान्तिः सा मा शान्तिरेधि॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः.
क्षमा मंत्र
जगन्मातर्मातस्तव चरणसेवा न रचिता न वा दत्तं देवि द्रविणमपि भूयस्तव मया. तथापि त्वं स्नेहं मयि निरुपमं यत्प्रकुरुषे कुपुत्रो जायेत क्वचिदपि कुमाता न भवति.
मां पार्वती के लिए मंत्र
ओम् उमयेए पर्वतयेए जग्दयेए जगत्प्रथिस्थयेए स्हन्तिरुपयेए स्हिवयेए ब्रह्म रुप्नियेए.
भगवान शिव के लिए मंत्र
“ओम् ह्रयेए महेस्ह्अरयेए स्हम्भवे स्हुल् पद्येए पिनक्ध्रस्हे स्हिवये पस्हुपतये महदेवयअ नमह्.
तीज के दिन करें ये खास उपाय
हरतालिका तीज की शाम को शिव-पार्वती के मंदिर में जाकर पूजा करें और शुद्ध घी के 11 दीपक जलाएं. इस उपाय से कुंवारी लड़कियों को मनचाहा जीवनसाथी मिल सकता है.
कुंवारी ब्राह्मण कन्या को उसके पसंद के कपड़े दिलवाएं और साथ में कुछ उपहार भी दें.
माता पार्वती को हल्दी की 11 गांठ चढ़ाने से लड़की के विवाह के योग बन सकते हैं.
भगवान शिव-पार्वती का अभिषेक दूध में केसर मिलाकर करें, इससे भी पति-पत्नी में प्रेम बना रहता है.
इस दिन पति-पत्नी सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद किसी शिव-पार्वती मंदिर में जाएं और लाल फूल अर्पित करें.
हरितालिका तीज पर पूजा करने के बाद देवी पार्वती को खीर का भोग लगाएं.