Jackson Hostel: साल 1907...पटना कॉलेज का जैक्सन हॉस्टल...उस वक्त यह पटना यूनिवर्सिटी का बेस्ट छात्रावास हुआ करता था. किसी जमाने में यह IAS, IPS की फैक्ट्री के रूप में विख्यात था. कितने राज्यपाल, मंत्री, अफसर यहां से निकले, उनकी कहानियां गूंजा करती थीं. हर एक कमरे का अपना इतिहास था. आज वह जैक्सन हॉस्टल अपराधियों की शरणस्थली के लिए कुख्यात हो रहा है. जाति आधारित विद्वेष मारपीट और हत्या में बदलने लगी. इसकी महान विरासत का अंत हो रहा है.


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पटना विश्वविद्यालय के इन छात्रावासों में अब भी बच्चे होंगे, जो मां-बाप के सपने लेकर वहां आते हैं. वे सब के सब अपराधी नहीं हैं. बस उन्हें अपनी महान विरासत का अंदाजा नहीं है, उनकी प्रतिभा को निखारने वाला मार्गदर्शन नहीं है. अब आप इस बात से अंदाजा लगा लीजिए की, एक छात्र की हत्या का मुख्य आरोपी चंदन कुमार जैक्सन हॉस्टल में ही रहता था. जैक्सन हॉस्टल से ही हर्षराज की हत्या का आरोपी चंदन यादव पकड़ा गया था. इसका सीधा सा मतलब निकला है कि यह अपराधियों की शरणस्थली बन चुकी है. 


जैक्सन हॉस्टल को जानिए
आपको जैक्सन हॉस्टल के बारे में जरुर जान लेना चाहिए. यह हॉस्टल कैसा है. क्या सुविधाएं होती है. दरअसल, जैक्सन हॉस्टल सुविधाएं बहुत हैं. हर कमरे में फर्नीचर है. बेड, टेबल, दो कुर्सी, बुक सेल्फ और फूड बॉक्स भी हैं! हॉस्टल में कई वार्ड हेल्पर नियुक्त होते है, जो छात्रों के कमरों की सफाई से लेकर हर चीज का ध्यान रखते है. पहले छात्रावास अधीक्षक औचक निरीक्षण करते थे. हालांकि, अब ऐसा होता है लगता नहीं.


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अब तो सिर्फ अंतहीन बुराई बची है, हर दिन उन अच्छाइयों का मातम मनाती हुई. इसका जीता जागता उदाहरण पटना में हर्ष राज हत्याकांड है, जिसका तार जैक्सन हॉस्टल से जुड़ा मिला. यहां से हर्ष राज हत्याकांड का मुख्य आरोपी चंदन कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया. कहा जा रहा है कि जैक्सन हॉस्टल से चंदन कुमार का सिक्का चलता था. हालांकि, हर्ष राज हत्याकांड में बाकी आरोपी फरार चल रहे हैं. पुलिस छापेमारी कर तलाश कर रही है. 


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