पटनाः Health Tips:हमारी स्किन पर हमारी लाइफस्टाइल और खान-पान का असर सबसे पहले दिखायी देता है. प्रदूषण और सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाले नुकसान को झेलने के साथ-साथ स्किन को रोजाना मिलावटी फूड्स, पेस्टिसाइट्स, केमिकल वाले ब्यूटी प्रॉडक्ट्स और मौसम में होने वाले बदलावों के कारण नुकसान पहुंचता है. आयुर्वेद में कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताया गया है जिन्हें खाने से स्किन की परेशानी हो सकती है. आयुर्वेद में हर रोग का आधार वात-पित्त और कफ को बताया गया है. इनमें हमेशा संतुलन रहना चाहिए. अगर इनका बैलेंस बिगड़ा, या इनमें से किसी भी तत्व की कमी या अधिकता हुई तो कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. स्किन प्रॉब्लम्स इनमें से एक है.


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खट्टे फल से समस्या
जिन्हें पित्त की समस्या रहती है  वे बहुत अधिक खट्टे फूड्स ना खाएं. आयुर्वेद के अनुसार खट्टे स्वाद वाली चीजें जैसे इमली, आंवला या नींबू जैसी चीजों का अधिक सेवन करने से शरीर का पित्त दोष बढ़ सकता है. पित्त रक्त के साथ मिलकर उसमें अशुद्धियां बढ़ा देता है. इससे खुजली, पिम्पल्स और रैशेज समस्याएं बढ़ सकती हैं.


जिन्हें वात या वायु की समस्या रहती है ग्लूटेन वाले फूड्स से बचें. सेलियाक और सोरायसिस जैसी स्किन प्रॉब्लम्स में ग्लूटेन वाले फूड्स का सेवन बहुत नुकसान पहुंच सकता है. ग्लूटेन एक तरह का प्रोटीन है जो आंतों और स्किन को नुकसान पहुंचाता है. ग्लूटेन गेंहू के अलावा ओट्स, जौ और राई जैसे फूड्स में पाया जाता है.


जिन्हें कफ की समस्या रहती है दूध और डेयरी प्रॉडक्ट्स को इग्नोर करें. कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर होने के बावजूद दूध और डेयरी प्रॉडक्ट्स का सेवन करने से स्किन की प्रॉब्लम्स बढ़ा सकते हैं. जिन लोगों को एक्ने और ऑयली स्किन जैसी समस्याएं हैं उन्हें दूध का सेवन सावधानी से करना चाहिए. दरअसल, दूध में मौजूद लैक्टोज हार्मोन्स का स्तर असंतुलित हो सकता है. इससे स्किन को नुकसान पहुंचता है और स्किन से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं.