Hindi Diwas 2024: हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि हिंदी भाषा को बढ़ावा दिया जा सके और उसका प्रचार-प्रसार हो सके. विश्वभर में लगभग 420 मिलियन लोग हिंदी को अपनी मातृ भाषा मानते हैं और करीब 120 मिलियन लोग इसे दूसरी भाषा के रूप में बोलते हैं. बिहार और झारखंड समेत कई अन्य राज्यों में 14 सितंबर से 21 सितंबर तक हिंदी सप्ताह या राजभाषा सप्ताह के रूप में मनाया जाता है. इस दौरान स्कूलों में हिंदी से जुड़ी प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. लेकिन सवाल ये है कि हिंदी दिवस 14 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है और इस तारीख का हिंदी भाषा से क्या संबंध है.


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जानकारी के लिए बता दें कि भारत की स्वतंत्रता के बाद संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया था. यह निर्णय भारत के संविधान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना. हिंदी भारतीय गणराज्य की 22 आधिकारिक भाषाओं में से एक है. इस निर्णय के बाद पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 14 सितंबर 1953 को हर साल हिंदी दिवस मनाने का निर्णय लिया.


इसके अलावा 14 सितंबर को हिंदी के महान साहित्यकार व्यौहार राजेंद्र सिंह की जयंती भी होती है. उन्होंने हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए बहुत संघर्ष किया और हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष भी रहे. उनका जन्म 14 सितंबर 1900 को जबलपुर, मध्यप्रदेश में हुआ था. इस तरह 14 सितंबर का दिन हिंदी भाषा के इतिहास और इसके महत्व को मान्यता देने के लिए चुना गया है. यह दिन न केवल हिंदी को सम्मान देने का अवसर है, बल्कि हिंदी के विकास और प्रसार के लिए एक प्रेरणा भी प्रदान करता है.


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