हाय रे होली! बिहार जानेवाली गाड़ियों में खचाखच सवारी, स्पेशल ट्रेनों से भी नहीं पड़ रहा फर्क
त्योहार होली का हो और बिहार में इसकी धूम ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता है. ऐसे में परदेस से बिहार लौटनेवालों की बड़ी संख्या होता है. खासकर महानगरों से बिहार के गांव, कसबों और शहरों के लिए बड़ी संख्या में लोग निकलते हैं. सभी होली का त्योहार अपने घर पर मनाना चाहते हैं.
पटना : त्योहार होली का हो और बिहार में इसकी धूम ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता है. ऐसे में परदेस से बिहार लौटनेवालों की बड़ी संख्या होता है. खासकर महानगरों से बिहार के गांव, कसबों और शहरों के लिए बड़ी संख्या में लोग निकलते हैं. सभी होली का त्योहार अपने घर पर मनाना चाहते हैं. ऐसे में बिहार लौटने वालों की संख्या में इजाफा हो गया है. बता दें कि ट्रेन तो ट्रेन बिहार को जाने वाली पथ परिवहन की बसों में भी लोग ठूसकर यात्रा करने पर मजबूर हैं.
फ्लाइट के किरायों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. वैसे पटना और दिल्ली के बीच सीमित संख्या में बसें चलती हैं लेकिन इन दिनों इसकी संख्या में इजाफा हुआ है लेकिन फिर भी यात्रियों की ऐसी भीड़ की लोगों को जगह तक नहीं मिल रही.
इस बार बिहार पथ परिवहन के अधिकारियों ने खास तैयारी भी की है कि जिस रूट पर ज्यादा लोग होंगे वहां की रूट पर अतिरिक्त बसों को भेजा जाएगा. बिहार लौटनेवाले लोगों के लिए परेशानी इतनी ही नहीं है पहले रेल या बस की टिकट के लिए मारामारी. टिकट मिल गई तो फिर ट्रेन या बसों में लदे लोग. यात्रियों की भीड़ से बोगियां और बसें पटी पड़ी हैं. आप अपने नियत सीट तक कैसे पहुंचेंगे यह भी आपको खुद तय करना है.
रेलगाड़ी में तो स्लीपर और एसी बोगी तक के शौचालयों और दरवाजों तक में लोग बैठकर सफर कर रहे हैं. यात्री शौचालय तक कैसे पहुंचेंगे यह तक मुश्किल है. लोग अगर किसी तरह ट्रेन में सवार हो गए तो अपने स्टेशन पर उतरना उनके लिए मुश्किल हो रहा है.
बसें जो बिहार को आ रही हैं वह इस भीड़ में मनमाना किराया वसूल रहे हैं. लोग फ्लाइट का रूख भी कर लें तो क्या फायदा एक तो टिकट नहीं मिल रही ऊपर से मिल भी जाए तो किराया आसमान छू रहा है. 3300 का टिकट 15000 रुपए तक का हो गया है.
रेलवे ने भले इस दौरान होली स्पेशल ट्रेनों को चलाने की घोषणा की है लेकिन इसका क्या फायदा. टिकटें कंफर्म तक नहीं मिल पा रही है. स्पेशल ट्रेनों में भी हालत वही हैं. सिकंदराबाद से दानापुर के बीच होली स्पेशल ट्रेन 5 मार्च से शुरू हो रही है. हालांकि बिहार के लिए होली स्पेशल 37 जोड़ी से ज्यादा ट्रेनें हैं जो यहां से होकर गुजरेंगी. ये स्पेशल ट्रेनें 170 से ज्यादा फेरे लगाएंगी. फिर भी हालत जस के तस बने हुए हैं.
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