पटना:Holika Dahan 2023: रंगों और उत्साह से भरा त्यौहार होली सभी को काफी भाता है. इस दिन दोस्त या दुश्मन सभी आपस में खुशियां बांटते हैं. हिंदू धर्म में होली के त्यौहार का बड़ा धार्मिक महत्व है. होली के एक दिन पहले होलिका का दहन होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नकारात्मक शक्तियां होलिका दहन के दिन ज्यादा प्रभावशाली होती है. ऐसे में विधिवत होलिका दहन करके इन नकारात्मक शक्तियों को दूर किया जाता है. इसके लिए होलिका दहन के समय कपड़ों के रंगों का चुनाव भी काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. ऐसे में इस खास पर कुछ बातों का ध्यान रखना काफी जरूरी हो जाता है.


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होलिका दहन के समय काले-सफेद कपड़े नहीं पहनें


देशभर में होलिका दहन काफी उत्साहपूर्वक मनाया जाता है. सनातन धर्म में होलिका दहन का विशेष महत्व है. इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के संदेश के तौर पर भी मनाया जाता है. होलिका दहन के समय सफेद और काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि सफेद रंग पर नकारात्मकता का प्रभाव जल्द हो सकता है और काला रंग निगेटिविटी यानी नकारात्मकता का प्रतीक होता है. यही कारण है कि होलिका दहन के समय इन दोनों रंगों का प्रयोग नहीं करना चाहिए.


होलिका दहन के दिन क्या करें और क्या न करें


– होलिका दहन के पहले होने वाली पूजा से पहले शरीर पर उबटन लगाएं. और फिर इसके बाद शरीर से उबटन को निकालकर होलिका के साथ दहन कर दें. ऐसा करने से सारी निगेटिविटी खत्म हो जाती है.


– होलिका दहन की पूजा करने जब भी बैठें तो अपना मुंह हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर ही रखना चाहिए. दहन के बाद अपनी क्षमता के मुताबिक दान करना चाहिए.


– होलिका दहन की रात में मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन, वैभव की प्राप्ति होती है.


– सड़क पर रखी वस्तुओं को होलिका दहन के दिन नहीं उठाना चाहिए.


– तामसिक वस्तुओं जैसे शराब, सिगरेट, नॉनवेज का होलिका दहन वाले दिन सेवन नहीं करना चाहिए.


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