पटना: माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार देर शाम को प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय में मर्डर कर दिया गया. मर्डर का पूरा घटनाक्रम कैमरे के सामने हुआ. गोली सटाकर मारी गई और उन दोनों की तुरंत ही मौत हो गई. दोनों शवों को अस्पताल ले जाया गया. हत्या की वारदात ऐसे समय में हुई, जब पुलिस दोनों का मेडिकल कराने गई थी. अतीक अहमद के वकील का कहना है कि दोनों को 10 गोलियां मारी गई हैं. कहा जा रहा है कि हत्या के 2 आरोपियों को पुलिस ने दबोच लिया है. आइए, इस सबसे बड़ी घटना को 10 प्वाइंट में समझते हैं- 


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  1. अतीक अहमद के अधिवक्ता विजय मिश्रा का कहना है कि गोलियां केवल अतीक और अशरफ को लगी हैं. 

  2. अतीक अहमद और अशरफ को मेडिकल के लिए धूमनगंज थाने से मेडिकल के लिए ले जाया गया था. 

  3. अतीक अहमद के वकील का यह भी कहना है कि पहले की तुलना में शनिवार शाम को पुलिसवालों की कम तैनाती थी. 

  4. अतीक अहमद और अशरफ पर हमला तब किया गया, जब वे पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. अतीक अहमद और अशरफ पर पत्रकारों के बीच मौजूद हमलावरों ने गोलियों की बौछार कर दी. 

  5. जिस समय अतीक अहमद और अशरफ पर हमला किया गया, उस समय उनके वकील थोड़ी दूर खड़े थे. 

  6. अतीक अहमद और अशरफ की हत्या को लेकर अब तक पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है

  7. शनिवार को ही अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम के शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया था. 

  8. यूपी पुलिस की एसटीएफ ने गुरुवार को झांसी में हुए एक एनकाउंटर में अतीक के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम को मार गिराया था 

  9. इसी साल 24 फरवरी को बसपा विधायक रहे राजू पाल की हत्या कांड के मुख्य गवाह रहे उमेशपाल और दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अतीक अहमद इस मामले में आरोपी था. 

  10. उमेशपाल हत्याकांड में सीजेएम कोर्ट ने अतीक अहमद और अशरफ को 5 दिन के लिए जेल भेजा था. इसके लिए 16 दिन में अतीक अहमद को एक पखवाड़े में दूसरी बार गुजरात की साबरमती जेल से यूपी के नैनी जेल लाया गया था.