Patna: राजधानी पटना को बरसात के दौरान जलजमाव का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए आज एक अहम बैठक की गई. यह वर्चुअल बैठक नगर विकास और आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर की अध्यक्षता में हुई. बैठक में पटना को जलजमाव से बचाने के लिए कई अहम फैसले लिए गए. ये फैसले इस प्रकार हैं-


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    एक सप्ताह के अंदर नालों की उड़ाही पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. राजधानी पटना में नौ बड़े नाले हैं. मंदिरी, कुर्जी, सर्पेंटाइन, सैदपुर, योगीपुर सहित दूसरे बड़े नालों की सफाई इन दिनों हो रही है.

  • एक सप्ताह के अंदर नालों की उड़ाही हो सके लिहाजा इसके लिए पोकलेन और जेसीबी की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. 

  • वहीं, मजदूरों की दिक्कत होने पर आउटसोर्स पर मजदूरों को वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर काम पर लगाने के भी निर्देश नगर विकास विभाग की तरफ से दिए गए हैं.

  • इसके साथ ही पटना में जलजमाव वाले इलाकों की पहचान की जाएगी और इन इलाकों में कच्चे नाले भी बनाए जाएंगे ताकि पानी निकासी की दूसरा विकल्प मिल सके.

  • डीपीएस पर तीन शिफ्ट में चौबीस घंटे ऑपरेटर बहाल होंगे.

  • साथ ही बारिश और जलजमाव पर नजर रखने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा.  


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बता दें कि आज की बैठक में पटना नगर निगम के आयुक्त हिमांशु शर्मा और बुडको के आला अधिकारी भी मौजूद थे.


दरअसल, साल 2019 में राजधानी पटना में सितंबर के आखिरी दिनों में भारी बारिश हुई थी जिसके बाद यहां 10 दिनों तक जलजमाव के हालात रहे. इस वजह से नगर विकास विभाग की काफी किरकिरी भी हुई थी.