IPS विकास वैभव ने पत्र लिखकर बताया जान का खतरा, गृह विभाग से मांगा तबादला
IPS Vikas Vaibhav shobha ahotkar case: ट्वीट वायरल होने के बाद IPS विकास वैभव को नोटिस भेजकर 24 घंटे में जवाब मांगा गया था. इस मामले में सीएम नीतीश ने भी मीडिया में कहा था कि ट्वीट करना कोई सॉल्यूशन नहीं है, पहले विभाग में बात करनी चाहिए थी.
पटनाः IPS Vikas Vaibhav shobha ahotkar case: IPS विकास वैभव और डीजी शोभा अहोतकर के बीच जारी 'जंग' तूल पकड़ रही है. सोमवार को सामने आया है कि IPS ने पत्र लिखकर गृह विभाग को अपनी सारी परेशानियां बताई हैं और यहां तक कहा है कि यहां से काम करना खतरे से खाली नहीं है. उन्होंने गृह विभाग को पत्र लिखकर जान का खतरा बताया है और तबादले की मांग की है. बता दें कि IPS विकास वैभव का ये प्रकरण उनके एक ट्वीट से सामने आया था, जिसमें उन्होंने डीजी शोभा अहोतकर पर गाली देने जैसे आरोप लगाए थे. हालांकि बाद में ट्वीट डिलीट हुए थे, लेकिन सोशल मीडिया पर उसके स्क्रीनशॉट वायरल हो गए थे.
गृह विभाग को लिखा पत्र
ट्वीट वायरल होने के बाद IPS विकास वैभव को नोटिस भेजकर 24 घंटे में जवाब मांगा गया था. इस मामले में सीएम नीतीश ने भी मीडिया में कहा था कि ट्वीट करना कोई सॉल्यूशन नहीं है, पहले विभाग में बात करनी चाहिए थी. अब सोमवार को IPS विकास वैभव ने गृह विभाग को इस संबंध में एक पत्र लिखकर ट्रांसफर की अपील की है. उन्होंने पत्र में लिखा कि 'मैं कई महीनों से प्रताड़ित हूं. मैं और मेरा परिवार मानसिक तौर पर बेहद परेशान है. मुझे दूसरे विभाग में भेजा जाए. वर्तमान विभाग में एक दिन भी काम करना खतरे से खाली नहीं. वहां अप्रिय घटना भी हो सकती है. विकास वैभव ने विभाग नहीं बदलने पर अवकाश की मांग की है.'
पत्र में लगाए हैं ये आरोप
पत्र में IPS की ओर से बताया गया है कि उन्होंने DG शोभा अहोतकर के गाली देने वाले रवैये की शिकायत सितंबर 2022 में की थी. उनका कहना है कि, उनके साथ कई अन्य पदाधिकारी भी डीजी से बचाने की गुहार लेकर गृह विभाग के चक्कर लगा चुके हैं. पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि डीजी शोभा अहोतकर उन्हें दंडित करने की मंशा से बिहारी को बतौर अपमानसूचक के तौर पर प्रयोग करती हैं और पत्नी के नाम से भी गाली देती हैं. उनके साथ काम करने पर उन्होंने क्षति पहुंचाए जाने का भी खतरा जताया है.