पटना: अगर आप पुरी के जगन्नाथ मंदिर की रथ यात्रा में शामिल नहीं हो सकते हैं तो निराश होने की जरूरत नहीं है. भगवान जगन्नाथ स्वयं पटना में दर्शन देंगे. पटना में 7 जुलाई को विभिन्न मंदिरों से भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी. इसके लिए सभी मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई है. रथ और मंदिर को फूल-मालाओं और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया जा रहा है. इस्कॉन मंदिर से निकलने वाली रथयात्रा को लेकर लोगों में बहुत उत्साह है. इस साल नगर भ्रमण के दौरान ड्रोन से पुष्प वर्षा भी की जाएगी. केवल इस्कॉन मंदिर ही नहीं, बल्कि गौड़ीय मठ मंदिर और भिखमदास ठाकुरबाड़ी से भी रथ यात्राएं निकाली जाएंगी.


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बता दें कि इस्कॉन मंदिर में ड्रोन से पुष्प वर्षा होगी. इस रथ यात्रा के लिए लोग अभी से उत्साहित हैं. हर साल देश-विदेश से श्रद्धालु बड़ी संख्या में इसमें शामिल होते हैं. पूरे रास्ते हरे कृष्णा हरे रामा के जयघोष के बीच यह रथयात्रा निकाली जाती है. इस साल हाइड्रोलिक सिस्टम से बना रथ आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा. इस रथ पर श्री बलभद्र और सुभद्रा जी के साथ भगवान जगन्नाथ विराजमान होंगे. इस्कॉन पटना के अध्यक्ष कृष्ण कृपा दास ने बताया कि रथ यात्रा दोपहर में मंदिर परिसर से शुरू होकर तारामंडल, इनकम टैक्स गोलंबर, हाईकोर्ट, बिहार म्यूजियम, पटना वीमेंस कॉलेज होते हुए शाम 7 बजे वापस मंदिर परिसर में आएगी. रास्ते में भगवान पर ड्रोन से पुष्प वर्षा की जाएगी.


गौड़ीय मठ मंदिर में भी खास इंतजाम किए गए हैं. मीठापुर स्थित इस मंदिर में रथ यात्रा पिछले 50 सालों से निकाली जा रही है. रथयात्रा के दिन भगवान जगन्नाथ, श्री बलभद्र और सुभद्रा जी के रथ पर विराजित कर भ्रमण कराया जाएगा. ऐसा माना जाएगा कि जैसे भगवान को द्वारका से वृंदावन लाया जा रहा हो. मंदिर की सजावट का काम तेजी से चल रहा है. ठाकुर जी का विशेष श्रृंगार किया जाएगा और फूलों से बना मुकुट पहनाया जाएगा. यहां रथ यात्रा शाम 4 बजे से शुरू होगी. इस मौके पर अध्यक्ष भक्ति सागर महाराज रथ यात्रा से जुड़ी कथाओं का वाचन करेंगे और महोत्सव की विशेषता, महत्व और रहस्य के बारे में बताएं.


भीकमदास ठाकुरबाड़ी में भी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की तैयारी जोरों पर है. यहां रथ यात्रा शाम 5 बजे शुरू होगी, जो हथुआ मार्केट, चूड़ी मार्केट, दिनकर चौराहा, देवी स्थान होते हुए नागा बाबा ठाकुर बाड़ी तक जाएगी. वहां भगवान की भव्य आरती होगी. रथ रात 9 बजे वापस मंदिर आएगा. इस यात्रा में बाकरगंज, कदमकुआं, राजेंद्र नगर और अन्य स्थानों के लोग शामिल होंगे. सबसे पहले रथ की रस्सी मंदिर के महंत जयनारायण दास खींचेंगे. उन्होंने बताया कि पिछले चार साल से रथ यात्रा निकाली जा रही है.


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