JEE Advanced Result 2022: बिहार में चमके कई गुदड़ी के लाल, अभिजीत बने जोन टॉपर
JEE Advanced Result 2022: आदित्य जेईई मेन के पहले चरण के बिहार टॉपर रहे थे. बिहार के सैकड़ों छात्रों ने जेईई एडवांस के रिजल्ट में बाजी मारी है. सफल छात्र jeeadv.ac.in पर जाकर रिजल्ट देख सकते हैं. इस बार आईआईटी बॉम्बे ने जेईई एडवांस का रिजल्ट जारी किया है.
पटनाः JEE Advanced Result 2022: जेईई एडवांस का रिजल्ट जब रविवार को जारी हुआ तो बिहार के लिए खुशियां लेकर आया. यहां के बेगूसराय निवासी अभिजीत आनंद बिहार के साथ-साथ गुवाहाटी जोन में टॉपर बने हैं. अभिजीत को ऑल इंडिया 15वीं रैंक आई है. गुवाहाटी जोन ने इस बार बेहतर प्रदर्शन किया है. जोन के रिजल्ट में बिहार के छात्र छाए रहे. पिछली बार की परीक्षा में बिहार के टॉपर रहे पूर्वी चंपारण के आदित्य ने इस बार बिहार में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. आदित्य पूर्वी चंपारण जिला अंतर्गत पताही थाना क्षेत्र के बेलाही राम पंचायत के बेलाही गांव हैं.
आदित्य जेईई मेन के पहले चरण के बिहार टॉपर थे
आदित्य जेईई मेन के पहले चरण के बिहार टॉपर रहे थे. बिहार के सैकड़ों छात्रों ने जेईई एडवांस के रिजल्ट में बाजी मारी है. सफल छात्र jeeadv.ac.in पर जाकर रिजल्ट देख सकते हैं. इस बार आईआईटी बॉम्बे ने जेईई एडवांस का रिजल्ट जारी किया है. भागलपुर निवासी अरुदीप को 256वीं रैंक आई है. जेईई मेन दो साल बाद गुवाहाटी जोन का प्रदर्शन बेहतर रहा है. जोन में दूसरे स्थान पर शिवम श्रवण को 65वीं रैंक मिली है. हिमांशु शेखर (ऑल इंडिया रैंक: 193) ने चौथा एवं पार्थिव सेन (ऑल इंडिया रैंक: 195) ने पांचवां स्थान हासिल किया है. लड़कियों में गुवाहाटी जोन से ऑल इंडिया 447वीं रैंक प्राप्त कर स्नेहा परिक टॉपर रही हैं.
बिहार में चमके कई गुदड़ी के लाल
यही नहीं, जेईई एडवांस में बिहार से कई गुदड़ी के लाल भी चमके हैं. रोहतास जिले के एक गांव में रेडियो, टेलीविजन आदि बनाने वाले मैकेनिक के दो पुत्रों नीतीश कुमार और नीरज कुमार ने भी सफलता का परचम लहराया है. उन्होंने जेईई एडवांस में बेहतर रैंक लाकर यह साबित कर दिया कि मेहनत और सही मार्गदर्शन से सफलता प्राप्त की जा सकती है. इन दोनों के अलावा मोकामा के रहने वाले बादल कुमार ने भी आईआईटी एडवांस की परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. बता दें कि नीरज का ऑल इंडिया रैंक 6907, नीतीश का ऑल इंडिया रैंक 2283 और बादल ने अपनी कैटेगरी रैंक 3428 लाकर साबित कर दिया कि गरीबी अभिशाप नहीं बल्कि मेहनत और लगन से वरदान बन सकती है.