पटना: बिहार चुनाव 2025 की तैयारियों के मद्देनजर राजनीतिक दलों ने घोषणाओं का दौर शुरू कर दिया है. जहां पहले महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे तेजस्वी यादव ने सामाजिक योजनाओं की घोषणा की थी, वहीं अब एनडीए के सहयोगी और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के नेता जीतन राम मांझी ने चुनावी मैदान में बड़े वादे किए हैं. मांझी की पार्टी ने नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में 9 अहम प्रस्ताव पारित किए, जिनमें बेरोजगारी भत्ता, मुफ्त बिजली और सामाजिक कल्याण से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं.



COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बेरोजगारी भत्ता और मुफ्त बिजली
बैठक में प्रमुख रूप से बेरोजगारी भत्ता बढ़ाकर 5000 रुपये करने और घरेलू उपयोग के लिए 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने का प्रस्ताव पारित किया गया. किसानों के लिए पांच एकड़ तक की खेती के लिए मुफ्त बिजली की घोषणा भी की गई है, जिससे ग्रामीण इलाकों में पार्टी को मजबूती मिलने की उम्मीद है. इसके अलावा सभी प्रकार की पेंशन को 2000 रुपये तक बढ़ाने की मांग की गई. इसके अलावा मध्यम वर्ग के लिए सस्ती स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी लाने का प्रस्ताव रखा गया है, ताकि राज्य के आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें.


'माता सबरी सम्मान योजना' का ऐलान
महिलाओं और बेटियों के सशक्तिकरण पर जोर देते हुए मांझी ने 'माता सबरी सम्मान योजना' शुरू करने की घोषणा की. इस योजना का उद्देश्य सभी वर्गों की बेटियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है. साथ ही पार्टी ने सुझाव दिया कि दिल्ली की सड़कों का नाम स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों और महापुरुषों के नाम पर रखा जाए. इसके अलावा नागपुर में बाबा साहेब अंबेडकर की विशाल प्रतिमा बनाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया. मांझी ने इसे 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' की तर्ज पर बनाने का वादा किया.


नेताओं की उपस्थिति और रणनीति
बैठक में पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन और अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे. मांझी ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर आगामी चुनाव में पार्टी की पहुंच बढ़ाने की अपील की. उन्होंने कहा कि ये सभी घोषणाएं बिहार के विकास और आम जनता के कल्याण को ध्यान में रखकर की गई हैं.


जीतन मांझी का संदेश
इस अवसर पर जीतन मांझी ने सोशल मीडिया पर कहा कि हमारी पार्टी बिहार की जनता की समस्याओं के समाधान और उनके अधिकारों के लिए प्रतिबद्ध है. 2025 में हम एक नई दिशा देने के लिए तैयार हैं. अब देखना यह होगा कि मांझी के ये वादे आगामी चुनावों में जनता को कितना आकर्षित करते हैं और एनडीए के पक्ष में कितना असर डालते हैं.


ये भी पढ़िए- आम्रपाली दुबे ने अपनाया इस्लाम? हिजाब का वीडियो वायरल, जानें सच