सिंधिया को मिला आरसीपी सिंह का मंत्रालय, स्मृति को अल्पसंख्यक मामलों के विभाग का जिम्मा
केंद्रीयमंत्रिमंडल में खाली हुए दो प्रभारों पर तुरंत ही जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं. नकवी के इस्तीफे के बाद स्मृति ईरानी को उनके मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है.
पटनाः केंद्रीय मंत्री रहे मुख्तार अब्बास नकवी और बिहार से जेडीयू के कोटे पर मंत्री रहे आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद बड़ी खबर आई है. मुख्तार अब्बास नकवी का इस्तीफा मंजूर होने के बाद अल्पसंख्यक मामलों के विभाग की जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी को सौंपी गई है. वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनके मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा इस्पात मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है. अभी तक इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी राम चंद्र प्रसाद सिंह संभाल रहे थे.
दोनों नेताओं का कार्यकाल गुरुवार को समाप्त
जानकारी के मुताबिक, भारत के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री की सलाह के अनुसार संविधान के अनुच्छेद 75 के खंड (2) के तहत, केंद्रीय मंत्रिपरिषद से मुख्तार अब्बास नकवी और राम चंद्र प्रसाद सिंह के इस्तीफे को तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है. इससे पहले दिन में एक कैबिनेट बैठक के दौरान पीएम मोदी ने नकवी और सिंह दोनों की उनके मंत्री कार्यकाल के दौरान देश में उनके योगदान के लिए सराहना की. राज्यसभा सांसद के रूप में दोनों नेताओं का कार्यकाल गुरुवार को समाप्त हो रहा है, दोनों मंत्रियों ने संवैधानिक दायित्व को पूरा करने के लिए अपना इस्तीफा सौंप दिया. दूसरी ओर आरसीपी सिंह जदयू के शीर्ष नेतृत्व से नाराज होने की खबरें लगातार आ रही हैं. जदयू द्वारा राज्यसभा न भेजे जाने को लेकर उनकी नीतीश कुमार से नाराजगी की बातें सियासी गली में चर्चा का विषय हैं. वहीं लगातार उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें भी हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिला इस्पात मंत्रालय
उधर, केंद्रीयमंत्रिमंडल में खाली हुए दो प्रभारों पर तुरंत ही जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं. नकवी के इस्तीफे के बाद स्मृति ईरानी को उनके मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है. इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनके मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा इस्पात मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है. नकवी के बाद केंद्र में कोई मुस्लिम मंत्री नहीं होगा और भाजपा के पास लगभग 400 संसद सदस्यों में से कोई मुस्लिम सांसद नहीं होगा. वहीं, आरसीपी सिंह के इस्तीफे के साथ केंद्र में भाजपा के सहयोगी दलों में से केवल दो मंत्री हैं. आरपीआई (ए) से रामदास अठावले और अपना दल से अनुप्रिया पटेल.
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