Kartik Tulsi Care: कार्तिक मास में तुलसी का है महत्व, घर में है पौधा तो बरतें ये सावधानियां
Kartik Tulsi Care: घरों में तुलसी को चुनरी ओढ़ाकर रखा जाता है. ऐसे में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब चुनरी पुरानी हो जाए या फट जाए तो उसे एकादशी या किसी शुभ मुहूर्त में बदल दें.
पटनाः Kartik Tulsi Care: कार्तिक मास में तुलसी देवी का बहुत महत्व है. तुलसी को वृंदा के नाम से भी जाना जाता है. वह श्रीकृष्ण के शालिग्राम स्वरूप की पत्नी हैं. उनकी पूजा से घर में सुख-शांति और आरोग्य बना रहता है. अगर आपके घर में तुलसी का पौधा है तो उसके प्रति कुछ सावधानियां जरूर रखनी चाहिए.
तुलसी पर रखे कपड़े अथवा चुनरी एकादशी के दिन बदल दें
घरों में तुलसी को चुनरी ओढ़ाकर रखा जाता है. ऐसे में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब चुनरी पुरानी हो जाए या फट जाए तो उसे एकादशी या किसी शुभ मुहूर्त में बदल दें. घर में जिस स्थान पर तुलसी का पौधा मौजूद हो उसके आसपास की जगह बिल्कुल साफ-सुथरी होनी चाहिए. अगर तुलसी सूखने लगी है या मुरझा रही है तो, इसकी वजह अशुद्धता हो सकती है. ऐसे में हर दिन तुलसी के आसपास स्वच्छता का ख्याल रखना चाहिए.
तुलसी के आस-पास कूड़ा-कचरा, जूठा नहीं रखें -
तुलसी के आस-पास जूठन, जूते-चप्पल, झाड़ू या कचरा नहीं होना चाहिए. इसके अलावा तुलसी के साथ-साथ दूसरे फूल-पत्तियों को नहीं लगाना चाहिए. दरअसल, जिस गमले में तुलसी का पौधा लगा हो उसमें कोई दूसरा पौधा लगाना सही नहीं माना जाता है. दूध मिला हुआ जल तुलसी में चढ़ाने से तुलसी हरी भरी रहती है.
इस दिशा की ओर ना लगाएं तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा पूजा जाता है. इसलिए इसे घर की दक्षिण दिशा की ओर तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए. क्योंकि इस दिशा को पितरों की दिशा माना जाता है. ऐसे में तुलसी का पौधा दक्षिण दिशा में लगाने से फायदा की बजाय भारी नुकसान होता है.
तुलसी का पौधा लगाते समय ध्यान रखें ये बातें -
कई लोग तुलसी का पौधा घर की छत पर रख लेते हैं. लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. वास्तु के अनुसार छत में तुलसी का पौधा रखना अशुभ माना जाता है.
तुलसी के पास कांटेदार पौधा नहीं रखें -
तुलसी के पौधे के पास कभी भी कांटेदार पौधा नहीं रखना चाहिए. इसके बदले चाहे तो केला का पेड़ लगा सकते हैं. क्योंकि इस पेड़ में भगवान विष्णु साक्षात निवास करते हैं. रविवार के दिन तुलसी के पौधे को जल अर्पित करने के साथ पूजा नहीं की जाती हैं. इसके साथ ही इस दिन तुलसी की पत्तियां तोड़ने की मनाही है.