पटनाः Karva Chauth Vrat Vidhi: करवा चौथ के व्रत का सनातन परंपरा में बहुत महत्व है. यह व्रत सुहागिन स्त्रियों के द्वारा किया जाता है. इस दौरान महिलाएं दिन भर निर्जला व्रत रहकर अपने पति के लिए दीर्घायु की कामना करती हैं. अगर आप करवा चौथ का व्रत पहली बार रख रही हैं तो इस दौरान कई सावधानियां बरतने की जरूरत है, साथ ही जान लीजिए व्रत की आसान पूजा विधि. यह व्रत विधि अगर आप पहली बार पूजा करने जा रही हैं तो आपके लिए बेहद जरूरी है. 


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करवा चौथ पर माता पार्वती की होती है पूजा
करवा चौथ पर माता पार्वती, भगवान शिव, गणेश जी के साथ करवा माता की पूजा की जाती है. इसके लिए आपको करवा माता का चित्र लगाना होता है. करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है. दोपहर को करवा लाकर भोग लगाने के लिए मिठाई, हलवा, पूड़ी आदि बनाकार करवा चौथ की कथा सुनी जाती है.हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य के दौरान काला पहनने की मनाही होती है. यह अशुभ का प्रतीक माना जाता है. कहते हैं कि मंगलसूत्र के काले दाने के अलावा इस दिन किसी काले रंग का प्रयोग न करें.


करवा चौथ पूजा- विधि


सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें.
स्नान करने के बाद मंदिर की साफ- सफाई कर ज्योत जलाएं.
देवी- देवताओं की पूजा- अर्चना करें.
निर्जला व्रत का संकल्प लें.
इस पावन दिन शिव परिवार की पूजा- अर्चना की जाती है.
सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें. किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है.
माता पार्वती, भगवान शिव और भगवान कार्तिकेय की पूजा करें.
करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है.
चंद्र दर्शन के बाद पति को छलनी से देखें.
इसके बाद पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत तोड़ा जाता है.


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