Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र में जानें क्या है तीन नंबर का महत्व, क्या होते हैं इसके शुभ-अशुभ परिणाम
Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र में जीवन से जुड़ी कई चीजों के बारे में बताया गया है. वहीं, हिंदू धर्म में त्रिदेव का बहुत महत्व है. इसमें ब्रह्मा विष्णु महेश है. वहीं, पूजा पाठ में भी तीन आरती को बहुत शुभ माना जाता है.
Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र में जीवन से जुड़ी कई चीजों के बारे में बताया गया है. वहीं, हिंदू धर्म में त्रिदेव का बहुत महत्व है. इसमें ब्रह्मा विष्णु महेश है. वहीं, पूजा पाठ में भी तीन आरती को बहुत शुभ माना जाता है. इसके अलावा मंदिरों की या फिर किसी भी पवित्र स्थल की परिक्रमा भी तीन बार की जाती है. इसलिए वास्तु शास्त्र में 3 नवंबर को शुभ माना जाता है.
नकारात्मक माना जाता है 3 नंबर
हालांकि वास्तु शास्त्र में या फिर हिंदू धर्म में तीन रोटियां परोसना या फिर तीन मिठाइयां देना कभी भी शुभ नहीं माना जाता है. इसके अलावा भगवान को भी प्रसाद के लिए तीन फल नहीं चढ़ाए जाते हैं. लेकिन वास्तु शास्त्र में तीन नंबर को काफी नकारात्मक माना गया है. हिंदू धर्म में तीन नंबर को गुरु का अंक माना गया है. वहीं, वास्तु के अनुसार तीन नंबर के लोगों को बहुत बुद्धिमान माना जाता है.
3 नंबर के लोग उलझे रहते हैं पारिवारिक कलह में
वास्तु शास्त्र के अनुसार कई बार यह अंक आपके जीवन में भी कई परेशानियां खड़ी कर देता है. मान्यताओं के अनुसार तीन अंक के होने से दुर्घटनाएं और हादसे बहुत होते हैं. इस अंक के लोग बहुत सारी क्षमताओं के बाद भी इनके जीवन में कई बाधाएं आती हैं. 3 नंबर वाले लोग अक्सर पारिवारिक कलह का सामना करते हैं. साथ ही परेशानियों में उलझे रहते हैं. इन लोगों के विकास में कई बाधाएं आती हैं.
मृत व्यक्ति के नाम पर रखी जाती हैं तीन रोटियां
तीन नंबर वास्तु में अशुभ माना जाता है. वहीं, थाली में तीन रोटियां परोसने से लेकर पूजा में फल, फूल मिठाई आदि नहीं चढ़ाए जाते हैं. इसके अलावा तेरहवीं के दिन भी श्राद्ध के समय मृतक के नाम पर तीन रोटियां परोसी जाती हैं. ऐसे में कभी भी किसी जीवित व्यक्ति को तीन रोटियां नहीं दी जाती हैं.