Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता घटना के बाद बिहार में डॉक्टरों की हड़ताल जारी, इन अस्पतालों में ओपीडी बंद, मरीज परेशान
Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ हुई बर्बरता और हत्या के मामले में देश भर के लोगों और डॉक्टरों में आक्रोश है. इस मामले में अब आंदोलन और हड़ताल तेजी पकड़ रही है. आज बिहार के इन अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद हैं. नीचे देखिए लिस्ट
Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ हुई बर्बरता और हत्या के मामले में देश भर के लोगों और डॉक्टरों में आक्रोश है. इस मामले में अब आंदोलन और हड़ताल तेजी पकड़ रही है. बिहार के ज्यादातर सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर और निजी क्लीनिक के चिकित्सकों के द्वारा हड़ताल जारी है. जिसके वजह से मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है.
मुजफ्फरपुर में पांच दिनों से डॉक्टरों की हड़ताल जारी
बंगाल में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या मामले को लेकर डॉक्टर का आक्रोश थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है. इसी क्रम में आज पांचवे दिन भी उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में डॉक्टर के द्वारा हड़ताल जारी है. हालांकि दो दिनों के इमरजेंसी सेवा बंद करने के बाद आज सुबह 9 बजे से इमरजेंसी सेवा को तत्काल बहाल कर दिया गया है, लेकिन ओपीडी और ओटी सेवा अभी भी पूरी तरह से बंद है. जिस कारण से हजारों मरीज को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं पूरे मामले को लेकर डॉक्टर का सीधा तौर पर कहना है कि जब तक सरकार हमारी मांग को नहीं मानती है. तब तक हम लोग किसी भी कीमत पर काम पर वापस नहीं होंगे तो वहीं दूसरी तरफ इलाज करने पहुंचे मरीजों का कहना था कि इस पूरे घटनाक्रम में हमारा क्या दोष है. आखिर हम अपने मरीज को लेकर जाए तो जाए कहां. यह एक बड़ा सवाल खड़ा होता है.
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डॉक्टरों का गुस्सा चरम पर
बेगूसराय में भी डॉक्टरों का गुस्सा चरम पर है और लगातार प्रदर्शन के बाद आज निजी क्लीनिक के चिकित्सकों ने भी आंदोलन में हिस्सा लिया है. आज सुबह 6:00 बजे से कल सुबह 6:00 बजे तक के लिए इमरजेंसी सेवा भी बंद कर दी है. हालांकि सदर अस्पताल में इमरजेंसी मरीज का इलाज हो रहा है. लेकिन सदर अस्पताल में भी ओपीडी सेवा बाधित है. इसको लेकर दूर दराज से आए और गंभीर मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
चिकित्सकों ने सीधे-सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ जहां बंगाल में महिला चिकित्सक के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया तो वहां की सरकार अब लीपापोती करने की फिराक में है और अपराधियों को बचाने की कोशिश की जा रही है. अतः हड़ताल के माध्यम से सरकार को जागृत करने की कोशिश की जा रही है कि चिकित्सकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए तथा उक्त मामले में जो भी आरोपी हैं. उन्हें जल्द से जल्द कठोर से कठोर सजा दी जाए. इस बात को लेकर आज बेगूसराय स्थित आईएमए हॉल में सभी चिकित्सकों ने एक बैठक भी की है.
सदर अस्पताल में हड़ताल पर बैठे चिकित्सक
महिला डॉक्टर की हत्या और आर जी कर मेडिकल कॉलेज में साक्ष्य को मिटाने के लिए की गई तोड़फोड़ के विरोध में तमाम चिकित्सक आक्रोश में है. आईएमए, आईडीए व भासा के चिकित्सकों द्वारा आज ओपीडी कार्य का बहिष्कार किया गया है. आक्रोशित डॉक्टर आज सदर अस्पताल परिसर में हड़ताल पर बैठ गए हैं. आक्रोशित डॉक्टर इमरजेंसी सेवा छोड़कर तमाम कार्य का बहिष्कार कर दिया है.
हड़ताल पर बैठे डॉक्टर ने कहा कि कलकत्ता में जिस तरह की घटना घटी घोर निंदनीय है. इस मामले में जो भी दोषी है. उसके विरुद्ध सख्त सजा हो, साथ ही उन्होंने कहा कि उस मेडिकल कॉलेज में घटना के साक्ष्य को मिटाने के लिए जो तोड़फोड़ की गई है. इससे लगता है कि किसी के द्वारा दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है. आगे कहा कि जल्द ही इस मामले में दोषियों को सजा नहीं मिली तो आगे अनिश्चित कालीन हड़ताल भी की जाएगी.
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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने 24 घंटे के लिए चिकित्सा व्यवस्था की ठप
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने कोलकाता में चिकित्सक के साथ हुई बर्बरता के विरोध में 24 घंटे के राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है. आईएमए ने दोषियों को अनुकरणीय सजा दिलाने, चिकित्सा पेशेवरों के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम बनाने और देश भर के सभी मेडिकल कॉलेजों/अस्पतालों में सभी निवासियों को कार्यस्थल पर सुरक्षा और बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने की मांग की है.
आईएमए, बिहारशरीफ नेशनल (एमए) के फैसले के पूर्ण समर्थन में है और मानता है कि संकट के इस समय में एक साथ आना और न्याय, सुरक्षा और सम्मान की मांग करना हमारा कर्तव्य है. वहीं सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पताल के ओपीडी सेवा बंद होने से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है.
बेतिया में पूरे जिले में स्वास्थ्य सेवाएं ठप
बेतिया में आईएमए के आह्वान पर पूरे जिले में स्वास्थ्य सेवाएं ठप है. कोलकाता में हुए जूनियर डॉक्टर के हत्या के विरोध में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. अपनी मांगों को लेकर जीएमसीएच में धरने पर बैठे है. जिला के सभी निजी सरकारी अस्पताल बंद है. इमरजेंसी छोड़ सभी प्रकार की स्वास्थ व्यस्थाएं बंद है. डॉक्टरों की मांग है कि कोलकाता में हुए जूनियर डॉक्टर के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और डॉक्टरों की सुरक्षा की गारंटी दी जाए.
सासाराम में भी स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से ठप
सासाराम में भी स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से ठप है. सासाराम में निजी अस्पतालों के अलावा सरकारी अस्पतालों में भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी है. सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा पूरी तरह से बंद है. सभी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल में मौजूद है और हाथ में काली पट्टी लेकर वे लोग विरोध दर्ज कर रहे हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि जिस तरह से कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनिंग डॉक्टर के साथ घृणित अपराध हुआ है. जिससे पूरा देश मर्माहत है. ऐसे में अपराधियों के साथ भी उसी तरह का बर्ताव होना चाहिए, जैसा डॉक्टर के साथ हुआ है. विरोध दर्ज कर रहे डॉक्टर कहते हैं कि अपराधियों की सिर्फ गिरफ्तारी से काम नहीं चलेगा. उसे कानूनी तौर पर जघन्य से जघन्यतम अपराध के लिए दंडित करने की आवश्यकता है
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पटना विमेंस कॉलेज के छात्राओं ने बनाई मानव श्रृंखला
कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुई घटना के बाद पूरे देश में अस्पतालों और डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में पटना विमेंस कॉलेज के छात्राओं ने प्रदर्शन किया. काले कपड़ों में छात्राओं ने श्रृंखला बनाकर इस घटना की निंदा की और पटना विमेंस कॉलेज के सामने प्रदर्शन किया. हाथों में पोस्टर लिए छात्राओं ने महिला सुरक्षा की गुहार लगाई. छात्राओं ने कहा कि इस तरह की घटना काफी शर्मनाक है और सरकार को इस को लेकर सख्त कदम उठाना चाहिए.
सदर अस्पताल के OPD सेवा को ठप कर जताया विरोध
जहानाबाद सदर अस्पताल में डॉक्टर के हड़ताल में चले जाने से मरीजों की परेशानी काफी बढ़ गई है. छोटे-छोटे मासूम बच्चे, वृद्ध समेत अन्य कई लोग इलाज के अभाव में तड़प रहे है. इलाज कराने आये मरीज और उनके परिजनों ने बताया कि सदर अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने आये थे, लेकिन यहां आने पर पता चला कि डॉक्टर लोग की हड़ताल है. जिससे परेशानी बढ़ी हुई है. वहीं एक अस्पताल कर्मी ने बताया कि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना को लेकर सारे डॉक्टर हड़ताल पर चले गए है. जिससे आज पूरा OPD सेवा ठप है. उन्होंने बताया कि सरकार को डॉक्टरों को सुरक्षा देनी चाहिए ताकि निर्भीक होकर डॉक्टर लोगों का इलाज कर सके.
सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों ने कार्य बहिष्कार
भोजपुर जिले में आज सभी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों ने कार्य बहिष्कार किया है. कोलकाता के आर जी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए अमानवीय घटना और और हत्या के विरोध में आज भोजपुर जिले के सभी चिकित्सक हड़ताल पर हैं. इस दौरान जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के ओ पी डी बंद कर दिए गए हैं. इस हड़ताल से आपातकालीन सेवा को को अलग रख आपातकालीन सेवा बहाल है. चिकित्सकों ने कहा है कि आए दिन डॉक्टरों के साथ हो रहे अमानवीय घटनाओं ने सबको चिंतित कर दिया है और इसके लिए सरकार को अलग से कानून पास कर डॉक्टरों को सुरक्षा मुहैया करनी चाहिए. हड़ताल के कारण मरीजों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
इनपुट - मुजफ्फरपुर से मणितोष कुमार, बेगूसराय से जितेंद्र चौधरी, सुपौल से सुभाष चंद्रा, नालंदा से ऋषिकेश कुमार, बेतिया से धनंजय द्विवेदी, सासाराम से अमरजीत कुमार यादव, पटना से सनी कुमार, जहानाबाद से मुकेश कुमार, भोजपुर से मनीष कुमार