Lalu Yadav Favorite Song: लालू प्रसाद यादव का फेवरेट सॉन्ग क्या है, क्यों हमेशा विरोधियों के लिए गाते हैं ये भोजपुरी गाना
लालू का अक्खड़ देहाती अंदाज ही लोगों को पसंद आता है. यही कारण है कि उनकी रैलियों में अभी भी लाखों की भीड़ उमड़ती है और उनको सुनने के लिए घंटो इंतजार किया करते हैं. लालू भी अपने समर्थकों को कभी निराश नहीं करते.
Lalu Prasad Yadav: राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनकी पार्टी की कोई कितनी भी आलोचना कर ले, पर उनके नाम के बिना बिहार की राजनीति अधूरी है. वो लालू यादव ही हैं जिन्होंने बिहार की सत्ता से बीजेपी को बाहर कर दिया और नीतीश कुमार को एक बार फिर से अपने साथ मिला लिया. उनका अक्खड़ देहाती अंदाज ही लोगों को पसंद आता है. यही कारण है कि उनकी रैलियों में अभी भी लाखों की भीड़ उमड़ती है और उनको सुनने के लिए घंटो इंतजार किया करते हैं.
लालू भी अपने समर्थकों को कभी निराश नहीं करते. लालू प्रसाद को एक गाना बेहद पसंद है वह अक्सर अपने विरोधियों पर हमला करने के लिए उस गाने का ही इस्तेमाल करते हैं. उनका पसंदीदा गाना है- लागल-लागल झुलनिया में धक्का बलम कलकत्ता चलअ…. आपको याद होगा वर्ष 2021 में तारापुर के ईदगाह मैदान में भी लालू ने इस गाने का जिक्र किया था.
अपने वादे को पूरा करके दिखाया
लालू ने जैसे ही अपने ठेठ अंदाज में इस गाने की लाइनों को दोहराया तो पूरा मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा था. इसी रैली में लालू यादव ने कहा था कि जनता ने तेजस्वी को सीएम बनाया था, लेकिन नीतीश ने धोखा दिया है. उन्होंने इसका बदला लेने की बात कही थी और महज कुछ ही महीनों में उन्होंने अपना बदला पूरा कर लिया. आज नीतीश भले ही सीएम हों, लेकिन बीजेपी सत्ता से बाहर हो चुकी है.
ये भी पढ़ें- बिहारी हिंदुओं का हो गया बंटवारा, मुस्लिम-ईसाई के लिए एक कोड! ऐसे होगी आपकी जनगणना
2024 में कर सकते हैं प्रचार
लालू यादव अभी अपने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से घिरे हुए हैं. पिछले साल ही उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है. लिहाजा अभी वह राजनीतिक कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं. हालांकि यह तय माना जा रहा है कि 2024 की जंग में वह जरूर दिखाई देंगे. अभी हाल ही में यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनी पत्नी डिंपल यादव ने उनसे मुलाकात की थी. इसके बाद जदयू और राजद के बीच खटपट होने की खबरों ने तूल पकड़ लिया था.