Period Leave: इंजीनियरिंग छोड़ `पेड पीरियड लीव` अभियान पर निकली रंजीता, गाने से करेंगी अपील
Period Leave: काफी अरसे से भारत में इस बात को लेकर डिबेट चल रहा है कि क्या माहवार के दौरान महिलाओं को पेड पीरियड लीव (सवैतनिक माहवारी अवकाश) दिया जाना चाहिए या नहीं. वहीं महिलाओं के इस आवाज को बुलंद करने का काम ओडिशा के संबलपुर की रहने वाली कानून की पढ़ाई कर चुकी रंजीता प्रियदर्शिनी कर रही है.
पटना: Period Leave: काफी अरसे से भारत में इस बात को लेकर डिबेट चल रहा है कि क्या माहवार के दौरान महिलाओं को पेड पीरियड लीव (सवैतनिक माहवारी अवकाश) दिया जाना चाहिए या नहीं. वहीं महिलाओं के इस आवाज को बुलंद करने का काम ओडिशा के संबलपुर की रहने वाली कानून की पढ़ाई कर चुकी रंजीता प्रियदर्शिनी कर रही है. रंजीता ने अपनी नौकरी छोड़कर महिलाओं के लिए पेड पीरियड अभियान शुरू किया है. रंजीता ने बिहार, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, गुजरात, हिमाचल प्रदेश सहित देश के सभी राज्यों के नेताओं से मिलकर महिलाओं के लिए पेड पीरियड लीव लागू करवाने के लिए ज्ञापन दे चुकी है.
इसी कड़ी में विश्व माहवारी-स्वच्छता दिवस पर बिहार निवास में पर एक डिबेट की गई है. इसके अलावा पेड पीरियड लीव की मांग को प्रोमोट करने के लिए एक गाने को भी रिलीज किया गया. 'पेड पीरियड लीव' गाने का लेखक और फिल्कमांकन सुमन्त यादव ने किया है. वहीं होमेन्द्र भारती और दीक्षा धनगर ने इस गाने को गाया है. बता दें कि कामकाजी महिलाओं को पेड पीरियड लीव की सुविधा मुहैया करवाने के लिए रंजीता केंद्रीय मंत्रियों से भी लगातार मिलकर इसका मांग करते रही हैं. उनकी पहल पर ही बिहार निवास में गोष्ठी का आयोजन किया गया. विधायक ललन कुमार इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहें.
बता दें कि विधायक ललन कुमार ने विधानसभा सत्र में निजी क्षेत्रों में भी पेड पीरियड लीव की मांग की थी.हालांकि सरकार ने इसके अगले ही दिन बिहार में ठेके पर कार्यरत महिला कर्मियों को पेड माहवारी लीव की सुविधा से वंचित कर दिया था. जिसका लोगों ने विराध भी किया था. वहीं पेड पीरियड लीव पर गाना रिलीज करने वाले निदेशक सुमन्त यादव ने जल्द ही इस पर फिल्म रिलीज करने की भी बात कही है. बता दें कि कि बिहार देश का पहला ऐसा राज्य है, जहां 1992 में दो दिवसीय सवैतनिक पीरियड अवकाश घोषित किया गया था.