एलपीजी सिलेंडर लीकेज हो तो लोग ऐसे करें बचाव, विस्फोट की घटनाओं पर लगेगी लगाम
सिलेंडर में आग उसी जगह लगेगी, जहां से LPG गैस का रिसाव हो रहा है. यानी आग सिलेंडर की नॉब या फिर पाइप लीक होने वाली जगह पर ही लगेगी. LPG की खास बात है कि ये रिवर्स में आग नहीं पकड़ती, यानी गैस जिस डायरेक्शन में जा रही है आग भी उसी डायरेक्शन में लगेगी.
पटना : बिहार में एलपीजी सिलेंडर में आग लगने और विस्फोट की घटना आम हो गई है. शहर में ऐसे हादसों की खबरें आए दिन देखने को मिल रही है. हालांकि, गैस एजेंसियों का कहना है कि एलपीजी सिलेंडर में आग की घटनाओं को रोका जा सकता है. इन घटनाओं की रोकथाम और बचाव के लिए जागरूकता ही मात्र एक समाधान है. अगर लोग जागरूक होंगे तो विस्फोट जैसी घटनाओं से बचा जा सकता है. गैस एजेंसी संचालकों का कहना है कि अगर लोग थोड़ी सी सावधानी बरत लेंगे तो ना सिर्फ आप बल्कि आपका परिवार और पड़ोसी भी सुरक्षित रहेगा.
सिलेंडर डिलीवरी के वक्त ये करनी चाहिए सावधानी
गैस कंपनियों का कहना है कि सिलेंडर की डिलीवरी के वक्त आप सावधान रहें और बाकायदा सिलेंडर का वजन कराएं. इसके अलावा जो वेंडर आपके घर सिलेंडर लेकर पहुंचता है आप उसी पर सिलेंडर को चूल्हे में फिट भी कराएं और फिर चेक भी कराएं. अगर सिलेंडर लीक होता है तो फौरन पाइपलाइन बंद करें और पूरे खिड़की दरवाजे खोल दें. इसके अलावा बिजली के उपकरणों को ऑन ऑफ बिल्कुल ना करें. साथ ही इस बात की जानकारी नजदीकी गैस एजेंसी और सेंट्रलाइज हेल्पलाइन नंबर 1906 पर दें, अगर आग लग जाती है तो फिर डायल 112 करें या फिर 101 पर भी डायल कर सकते हैं. एलपीजी सिलेंडर के रखरखाव में अगर आप थोड़ी सी भी सावधानी बरत लेंगे तो ना सिर्फ आप सुरक्षित रहेंगे बल्कि अन्य लोगों की भी सुरक्षा होगी.
सिलेंडर में ऐसे लगती है आग
बता दें कि सिलेंडर में आग उसी जगह लगेगी, जहां से LPG गैस का रिसाव हो रहा है. यानी आग सिलेंडर की नॉब या फिर पाइप लीक होने वाली जगह पर ही लगेगी. LPG की खास बात है कि ये रिवर्स में आग नहीं पकड़ती, यानी गैस जिस डायरेक्शन में जा रही है आग भी उसी डायरेक्शन में लगेगी. इसके अलावा गैस जिस हिस्से में फैलती जाएगी उसी हिस्से में आग भी लगती जाएगी.
आग देखने से लोग नहीं हो पैनिक
बता दें कि अगर घर के अंदर रसोई में खाना बनाने के दौरान सिलेंडर में आग लग जाती है तो आपातकाल स्थिति में आपको पैनिक होने की जरुरत नहीं है. साथ ही मकान, अस्पातल, स्कूल, दुकान, फैक्ट्री के अलावा अगर किसी वाहन में आग लगने पर तुरंत फायर ब्रिगेड की सेवा के लिए 101 नंबर पर संपर्क करें.
- पहले चरण में लोग खुद से आग पर काबू पाने का करें प्रयास
- आग से लड़ने के साधन में पानी से भरी हुई बाल्टी, रेत की बोरियां, सीढ़ियां, कंबल और अग्नि शमन सिलेंडर का करें उपयोग
- अगर सिलेंडर लीक होता है तो फौरन पाइपलाइन बंद करें और पूरे खिड़की दरवाजे खोल दें.
- लीकेज के चलते बिजली के उपकरणों को ऑन ऑफ बिल्कुल ना करें.
घटना के समय आग पर ऐसे पाए काबू
बता दें कि अगर सिलेंडर में आग लग गई है तो घबराने की बात नहीं है. सिलेंडर की आग पर आसानी से काबू किया जा सकता है. सूचना के लिए बता दें कि अगर सिलेंडर की नॉब में आग लग जाती है तो आग को दो तरीके से बुझाने का तरीका है. पहले तरीके में वो गैस सिलेंडर पर प्लास्टिक की बाल्टी फंसा दी जाती है और आग बुझ जाती है. सिलेंडर की नॉब बंद कर देते हैं. दूसरा तरीके में नॉब पर उंगली लगा देते हैं और आगे बुझ जाती है. इसके बाद नॉब को बंद कर देते हैं. इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि सिलेंडर के ऊपर गीला कंबल या बैड सीट लपेट देने से भी आग बुझ जाती है.
इनपुट- रितेश मिश्रा