पटनाः Maharashtra Political Crisis: आखिरकार सीएम उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया. इस तरह तकरीबन ढाई साल में महाराष्ट्र में बनी महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई. सीएम उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट के आदेश के बाद बुधवार शाम फेसबुक पर लाइव आकर इस्तीफे का ऐलान किया. इस दौरान उन्होंने सभी को पहले धन्यवाद किया. कहा-सीएम पद से इस्तीफे का कोई मलाल नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने विधानपरिषद से भी इस्तीफे की घोषणा कर दी.


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कैबिनेट बैठक में ही दिए थे संकेत
हालांकि इस्तीफे को लेकर सीएम ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक में ही संकेत दे दिए थे. उन्होंने बैठक खत्म होने के बाद कहा था कि आपने ढाई साल मेरा सहयोग किया. आभारी हूं. इन ढाई साल में मुझसे गलती हुई हो, अपमान हुआ हो तो माफ़ी चाहता हूं. उन्होंने बागियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कई लोगों ने दगा भी किया. मंत्रालय पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने छत्रपति शिवाजी और संविधान निर्माता बी आर आंबेडकर की प्रतिमाओं को नमन भी किया. इसके बाद रात 9 बजे जब सुप्रीम कोर्ट से फ्लोर टेस्ट का आदेश आया तो इसके थोड़ी देर बाद सीएम उद्धव लाइव आए और उन्होंने पद से इस्तीफा देने की घोषणा अपने संबोधन में की. 


फेसबुक पर की घोषणा
फेसबुक पर राज्य की जनता को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि मेरे पास जो शिवसेना है, वो कोई छिन नहीं सकता है. मैं विधानपरिषद सदस्य पद से भी इस्तीफा दे रहा हूं. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के ठीक बाद राज्य की जनता को संबोधित करते हुए अपने कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसले का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमारे अच्छे कामों को नजर लगी. हमने शहरों का नाम बदलने का फैसला लिया. उद्धव ठाकरे ने इस दौरान सोनिया गांधी और शरद पवार की तारीफ की. उद्धव ठाकरे ने कहा कि न्याय देवता ने फैसला दिया है, फ्लोर टेस्ट के लिए कहा है. राज्यपाल का भी धन्यवाद. लोकतंत्र का पालन होना चाहिए. हम उसका पालन करेंगे.


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