पटना : ज्यूडिशियल कस्टडी में रहते हुए यूट्यूबर मनीष कश्यप से मीडिया कर्मियों को बात करने की इजाजत देने के मामले में एस्कॉर्ट टीम के 4 पुलिसकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई हुई. मनीष कश्यप ने कोर्ट में पत्रकारों से बात की थी और कुछ आपत्तिजनक बयान दिए थे.


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बता दें कि बेऊर जेल अभिरक्षा में पटना सिविल कोर्ट में पेशी के लिए आए यूट्यूबर मनीष कश्यप द्वारा दिए गए बयान को लेकर पटना एसएसपी ने करवाई करते हुए बेऊर जेल में तैनात 1एएसआई और 3 सिपाही को निलंबित कर उससे स्पष्टीकरण मांगा गया है. मिली जानकारी के अनुसार ये बड़ी करवाई पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने की है. दरअसल, 16 सितंबर को बेऊर जेल अभिरक्षा में कैदियों के साथ यूट्यूब मनीष कश्यप को सिविल कोर्ट पेशी के लिए लाया गया जहां कोर्ट परिसर से एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमे मनीष कश्यप ने अपने आप को फौजी का बेटा हूं चारा चोर का नहीं. वही कैदी वाहन में लाए जाने से आपत्ति जताते हुए वायरल विडियो में कहा कि इसमें गंजेरी, भंगेरी रहते हैं जो मेरे मुंह पर धुआं उड़ाते हैं लिहाजा मुझे अलग से वाहन में लाया जाए. फिलहाल 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किस मामले में किया गया है.


इसके अलावा बता दें कि पटना के सिविल कोर्ट में 22 सितंबर को मनीष कश्यप की पेशी हुई थी. पेशी के बाद कोर्ट कैंपस में ही मनीष कश्यप ने प्रेस कान्फ्रेंस कर लिया, जिसका वीडियो कई यूट्यूबर्स ने रिकॉर्ड किया. इस कान्फ्रेंस के दौरान मनीष कश्यप ने काफी उग्र और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया. वे बिहार सरकार को आलोचना करते हुए कहते हैं कि उन्हें झुकाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन वे फौजी के बेटे हैं और उनके हाथ में ईमानदारी का प्रतीक, यानि हथकड़ी है. वे बताते हैं कि उन्होंने डेढ़ महीने से एक शब्द भी नहीं बोला है, लेकिन कोर्ट में चुपचाप पहुंचते हैं.


एसएसपी ने कहा कि कर्तव्य और सुरक्षा में लापरवाही बरतने को लेकर ये करवाई की गई है. फिलहाल बेऊर अभिरक्षा में बंद मनीष कश्यप को वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी किया जाएगा साथ ही न्यायालय के आदेश पर मनीष कश्यप को शरीर पेश किया जाएगा.


इनपुट- प्रकाश सिन्हा


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