`2025 में मुख्यमंत्री बनने का सपना पूरा नहीं होने देंगे`, मनीष कश्यप ने तेजस्वी को क्यों दी चुनौती
Manish Kashyap Tamil Nadu Case: मनीष कश्यप ने वीडियो में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को खुली चुनौती दी है. वीडियो में मनीष कश्यप तेजस्वी का नाम लेते हुए कह रहे हैं कि `वह गिरफ्तारी दे तो देंगे लेकिन 2025 में जो मुख्यमंत्री बनने का सपना पाल कर रखे हैं वह पूरा नहीं होने देंगे.`
पटनाः Manish Kashyap Tamil Nadu Case: बिहारी मजदूरों पर तमिलनाडु में हमले की खबर के बाद बिहार में खूब सियासत हुई. राजधानी पटना से लेकर दिल्ली कर जमकर बयानबाजी हुई. तमिलनाडु सरकार और वहां की पुलिस पहले दिन से ही इस खबर को फेक बता रही है. वहीं दूसरी ओर बिहार के डिप्टी सीएम ने भी दावा किया था कि ये खबर गलत है. ऐसा भी बताया जा रहा है कि तमिलनाडु मामले को लेकर बिहार पुलिस ने यूट्यूबर मनीष कश्यप समेत चार लोगों पर केस दर्ज किया है.
'2025 में मुख्यमंत्री बनने का सपना पूरा नहीं होने देंगे'
वहीं केस दर्ज होने के बाद ट्विटर पर मनीष कश्यप ट्रेंड कर रहे हैं. जिसके बाद मनीष कश्यप ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया और अपनी बात रखी है. मनीष कश्यप ने वीडियो में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को खुली चुनौती दी है. जिसके बाद उनके समर्थन में लोग ट्वीट भी कर रहे हैं. वीडियो में मनीष कश्यप तेजस्वी का नाम लेते हुए कह रहे हैं कि 'वह गिरफ्तारी दे तो देंगे लेकिन 2025 में जो मुख्यमंत्री बनने का सपना पाल कर रखे हैं वह पूरा नहीं होने देंगे. वह वादा करते हैं.'
वहीं मनीष कश्यप ने तेजस्वी को निशाने पर लेते हुए आगे कहा कि 'आप चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं और वह स्टील का चम्मच लेकर पैदा हुआ हूं. आपका चम्मच महंगा हो सकता है, लेकिन मजबूती स्टील के चम्मच में ही होती है.'
वीडियो में मनीष आगे कहते है कि 'उन्होंने हत्या नहीं की है और ना ही फरार हैं. जिस दिन और जब बोलिएगा गिरफ्तारी दे देंगे. फ्लाइट से चले आएंगे पटना. तेजस्वी यादव के आवास के सामने गिरफ्तारी दे देंगे.' उन्होंने आगे कहा कि 'रेप करने वाला विधायक आरजेडी में है. आप लोग रेपिस्ट के खिलाफ खड़े होते हैं. ना मेरे ऊपर सीबीआई की रेड हुई है ना ईडी ने रेड की है. ना ही मेरे पिताजी जेल गए हैं. मेरे पिताजी बॉर्डर पर हैं.'
पहले भी हुए केस दर्ज
बता दें कि मनीष कश्यप के ऊपर पहले भी केस दर्ज हो चुके है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 14 फरवरी को हुए पुलवामा में आतंकी हमले के एक दिन बाद कम से कम 20 युवाओं ने लाठी डंडों के साथ पटना के कश्मीरी दुकानदारों पर हमला बोल दिया था और उन्हें वापस कश्मीर लौटने की धमकी दी थी. पुलिस ने मनीष कश्यप को उनके तीन साथियों के साथ पटना के अलग-अलग लोकेशन से पकड़ा था. जिसके बाद मनीष कश्यप को सीजेएम अदालत ने जमानत देकर रिहा कर दिया था.