पटना: Jharkhand News: झारखंड के नौ जिलों में खसरे से मौत का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. राज्य में अब तक नौ की मौत हो चुकी है. इधर, WHO की एक रिपोर्ट का दावा है कि झारखंड के अलावा महाराष्ट्र,गुजरात और हरियाणा में खसरे के सबसे ज्यादा मरीज सामने आए हैं. साथ ही बता दें कि देशभर में रिपोर्ट किए गए खसरे के 230 मामलों में से 120 झारखंड से थे.


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इन लोगों को लग चुका है टीका
झारखंड 15 अप्रैल से अभियान शुरू करने जा रही है. इस अभियान के तहत अब तक  9 माह से 15 वर्ष आयु वर्ग के करीब 45,62,492 बच्चों का टीकाकरण हो चुका है. साथ ही राज्य के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के अनुसार बता दें कि अब तक नौ जिलों के उपायुक्तों, सिविल सर्जनों और अधिकारियों को अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया गया है. जो जिले सबसे ज्यादा प्रभावित है वहां विशेष रूप से अभियान चलाया जा रहा है. प्रशासन द्वारा चिन्हित कि गए दुमका, पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा, जामताड़ा, देवघर, धनबाद, कोडरमा और गिरिडीह जिला शामिल हैं.


बीमारी से बचाव का मात्र टीका ही है हथियार
जेएचएसए के महानिदेशक बीरेंद्र प्रसाद सिंह के अनुसार बता दें कि राज्य में रहने वाले सभी बच्चों को टीका लगाया जाता है तो इस बीमारी को किसी स्तर तक कम किया जा सकता है. वहीं, राज्य में केंद्र सरकार डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ के माध्यम से टीकाकरण अभियान की निगरानी की जा रही है.


जानें क्या है खसरा बीमारी और बचाव का तरीका
डॉ. जितेंद्र कुमार के अनुसार बता दें कि खसरा एक तरह से वायरस है. यह अन्य वायरस की तरह ही फैलता है. साथ ही इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है. अगर इसके लक्षणों की बात करें तो अगर कोई संक्रमित है तो शरीर पर लाल चकत्ते, बुखार, नाक बहना, आंखें लाल होना और खांसी देखने को मिल जाएगी. अगर किसी को इससे संबंधित लक्षण लगते है तो वो सीधी डॉक्टर की सलाह लेकर इलाज कराएं. साथ ही जानकारी के लिए बता दें कि खसरा बीमारी का लक्षण संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने के अलावा यह हवा के जरिए भी फैलता है.


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