पटना : बिहार में नीतीश कुमार का महागठबंधन के साथ सरकार बनाना और फिर इस सरकार के घटक दलों के बीच लगातार होती बयानबाजी से तो वह पहले से ही परेशान हैं. ऊपर से नीतीश कुमार की पार्टी के लोग भी महागठबंधन में शामिल होने के उनके फैसले से खुश नजर नहीं आ रहे हैं. दरअसल नीतीश के सबसे खास लोग एक-एक कर पार्टी का दामन छोड़ रहे हैं. पहले पीके(प्रशांत किशोर) ने पार्टी छोड़ी. फिर नीतीश के सबसे करीबी आरसीपी सिंह को पार्टी से बाहर जाना पड़ा. उसके बाद जेडीयू संसदीय दल के अध्यक्ष रहे उपेंद्र कुशवाहा के पार्टी छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा. अब नीतीश को एक तगड़ा झटका तब लगा जब पूर्व सांसद मीना सिंह ने पार्टी छोड़ दी.


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मीना सिंह ने भी पार्टी छोड़ने की वजह उपेंद्र कुशवाहा वाली ही बताई. मतलब साफ है कि तेजस्वी का नेतृत्व किसी को कबूल नहीं है और नीतीश इसे पार्टी के नेताओं के बीच और कई मंचों पर कह चुके हैं. ऐसे में मीना सिंह ने बताया था मैं जेडीयू नहीं छोड़ती लेकिन जिस तरह से जंगलराज के युवराज को अपना उत्तराधिकारी नीतीश कुमार ने घोषित कर रखा है उससे बिहार की जनता डर गई है.


बता दें कि मीना सिंह के पार्टी छोड़ने की घोषणा के बाद यह कयास लगाया जा रहा था कि वह शायद अपनी एक नई पार्टी का गठन उपेंद्र कुशवाहा की तरह करेंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अब मीना सिंह भाजपा के साथ ही नीतीश को घेरती नजर आएंगी. दरअसल भाजपा के बिहार अध्यक्ष संजय जायसवाल के द्वारा सोशल मीडिया पर डाले गए पोस्ट से इस बात का खुलासा हो गया कि मीना सिंह अब भाजपा की सदस्यता ग्रहण करनेवाली हैं और जल्द ही नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगी.