नीतीश कुमार के ओडिशा दौरे को बीजेपी ने बताया बेकार, कहा `विपक्ष कभी भी नहीं हो सकता एक जुट`
Mission 24: विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिशें जारी रखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी मंगलवार (9 मई) को ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात करने के लिए भुवनेश्वर जा रहे हैं
पटनाः Mission 24: विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिशें जारी रखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी मंगलवार (9 मई) को ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात करने के लिए भुवनेश्वर जा रहे हैं और इसके बाद 11 मई को वे एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात करेंगे. वहीं साल 2024 में लोकसभा चुनाव देश में है. 2014 से बीजेपी केंद्र की सत्ता में है और विपक्ष अब बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए रणनीति बना रहा है. इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दल के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. आज नवीन पटनायक से मुलाकात करेंगे जिसको लेकर महागठबंधन काफी उत्साहित है तो राजनीति भी खूब हो रही है.
वहीं महागठबंधन के नेताओं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बीजेपी ने निशाना साधा है. बीजेपी के विधायक पवन जायसवाल ने कहा कि बिहार के लोगों ने नीतीश को बिहार की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन यह दी भ्रमित हो गए. यह लालू यादव के कहने से डायवर्ट हो गये है. इनको पहले बिहार संभालना चाहिए, अपराध इतना बढ़ गया है. कोई ऐसी जगह नहीं है जहां अपराधियों का मनोबल नहीं बढ़ा हो. गांव से लेकर राजधानी तक बिहार संभालने की जिम्मेवारी जनता ने दी है और बिहार संभल नहीं रहा है.
पवन जायसवाल ने आगे कहा कि उड़ीसा बंगाल पंजाब दिल्ली से कोई फायदा नहीं है जो दायित्व मिला है, उसे पहले संभालना चाहिए. नरेंद्र मोदी पूरे देश का दौरा नहीं किए थे, बल्कि गुजरात संभाले देश के लोगों को लगाकर मोदी इस चीज के लिए उपयुक्त है तो सारा देश मोदी मोदी करने लगा. नीतीश को बिहार में अच्छा काम करना चाहिए कि देश के लोगों को पसंद आये. नीतीश कुमार से अपना घर संभालने में नहीं आ रहा है और दूसरे जगह जाकर प्रयास कर रहे हैं.
नीतीश कुमार के मिलने से केंद्र में सरकार विपक्ष की नहीं बनने वाली है, कैसा गठबंधन है. अगर गठबंधन है तो बिहार में ममता बनर्जी को 2 सीट मिल जाए या ममता बनर्जी 2 सीट जदयू को बंगाल में लड़ने के लिए दें दें या समाजवादी पार्टी से अखिलेश यादव आरजेडी को 2 सीट दें दें, तब गठबंधन हुआ. हम अपना लड़ेंगे और जीत के जाएंगे तो यह लोग जीतने वाले ही नहीं हैं तो जाकर क्या करेंगे कोई फायदा नहीं है.
वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने इस दौरे पर कहा कि महागठबंधन और यूपीए के बढ़ते कुनबे को देखकर बीजेपी में घबराहट आ गई है. देश के तमाम विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं. नरेंद्र मोदी की निकम्मी सरकार को हटाने के लिए एकजुट हो रहे हैं. बीजेपी की घबराहट स्वाभाविक है. ममता बनर्जी ,अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक, स्टालिन उद्धव ठाकरे देश के तमाम विपक्षी दल एक हो रहे हैं. कोई भी पार्टी बीजेपी के साथ जाना नहीं चाहती है. महागठबंधन छोटा था अब व्यापक हो गया है और नरेंद्र मोदी का जाना तय है. बीजेपी की घबड़ाहट भी है.
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने कहा कि स्वाभाविक रूप से विपक्ष की एकता के लिए जिस तरह से लालू यादव ने सभी विपक्षी दलों के नेताओं के पास नीतीश कुमार को भेजने का काम किया है. भारत में ऐसी ही शक्तियों को हटाना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नवीन पटनायक से मिलेंगे और उनसे बातें करेंगे, बीजेपी को गुस्सा होना स्वाभाविक है क्योंकि बीजेपी की सत्ता छीनने का काम लालू यादव और नीतीश कुमार करेंगे. बीजेपी घबराहट में है, इससे कुछ होना नहीं है. बीजेपी को नीतीश कुमार हटाने का काम करेंगे.
जदयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुनील सिंह ने कहा कि सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन में हम जन आकांक्षाओं पर चलते हैं. जनता बीजेपी के कुशासन से परेशान हैं. इसी क्रम में बिहार फार्मूला देकर विपक्षी एकता को दिखाते हुए बीजेपी को सत्ता से हटाया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता के नायक होकर विपक्षी नेताओं से मिले हैं. सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं. 2024 में बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेकेंगे, भाजपा मुक्त भारत की परिकल्पना है, उसे साकार किया जाएगा. नीतीश कुमार विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं. उन सब को देखते हुए बीजेपी के नेताओं का दिमागी संतुलन बिगड़ गया है. उनको बिहार में सत्ता जाने का मलाल और 2024 में सट्टा जाने की आशंका है. इसी कारण हुआ अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. 2024 में उनके बयानों का जवाब जनता देगी.
इनपुट-रूपेंद्र श्रीवास्तव
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