दानापुर : मां बनना एक औरत के लिए सबसे बड़ा वरदान माना जाता है. समाज में विवाहित महिला अपनी कोख से एक बच्चे को जन्म देने के लिए खुद को मां कहलाने के लिए क्या कुछ जतन नहीं करती है. इसी समाज में कुछ ऐसी भी महिलाएं हैं जो बच्चे को जन्म देकर मां तो बन जाती हैं, लेकिन उनके अंदर ममता नहीं आती है. मामला नेउरा कॉलोनी के पास का है. जहां रोड नंबर 25 पर एक चार साल के बच्चे को उसकी मां ने लावारिस हालत में छोड़कर फरार हो गई.


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दिव्यांग और मानसिक रुप से कमजोर है बच्चा
कॉलोनी के लोग जब सुबह-सुबह सैर पर निकले तो उनकी नजर सड़क पर पड़े बच्चे पर पड़ी. जमीन पर बिना कपड़ों के पड़ा बच्चा टक-टकी लगाकर अपने मां के आने का इंतजार कर रहा था. बच्चा इधर-उधर देख कर अपनी मां को तलाश कर रहा था. लोगों ने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन वो खामोश रहा. दरअसल बच्चा दिव्यांग और मानसिक रूप से कमजोर है. जिसकी वजह से वो कुछ भी बोलने और समझने में असमर्थ था.


समाजसेवी ने कराया बच्चे का इलाज
उधर लावारिस बच्चा मिलने की जानकारी एक स्थानीय समाजसेवी रणविजय नाम के शख्स को मिली. बिना देर किए वह मौके पर पहुंचे और बच्चे को अपने साथ ले जाकर उसे नहलाया धुलाया और कपड़े पहनाकर इलाज के लिए उसे खगौल पीएचसी ले गए. जहां पुलिस ने बच्चे का इलाज किया.


आरोपी मां की तलाश में जुटी पुलिस
उधर स्थानीय लोगों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी. अस्पताल में इलाज के बाद बच्चे को पुलिस को सौंप दिया गया है. वहीं पुलिस ने पटना चाइल्ड लाइन को फोन कर बुलाया है. जिसके बाद बच्चे को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया जाएगा. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रहा है और निर्दयी मां की तलाश कर रही रही है.


इनपुट- इश्तियाक खान
जूही उरूषा खान, आउटपुट डेस्क


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