Mother's Day 2023: दुनिया भर में मई के महीने में हर दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है. मां को समर्पित यह दिन इस बा 14 मई यानी कल मनाया जाएगा. वैसे तो किसी भी मां के लिए किसी एक दिन को समर्पित करना काफी नहीं होता, क्योंकि मां तो मां होती है. संतान के हर सुख-दुख में मां हर पल खड़ी रहती है. फिर भी कृतज्ञता प्रकट करने के लिए मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है. लेकिन क्या आपको पता है कि मदर्स डे मनाते क्यों है और कब से इसको मनाने का रिवाज शुरू हुआ. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


अमेरिका की एक महिला एना जाॅर्विस ने मदर्स डे मनाने की शुरुआत की थी. हालांकि इसकी औपचारिक शुरुआत 9 मई 1914 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुडरो विलसन ने की थी. तब अमेरिकी कांग्रेस में कानून बनाकर मई के हर दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने का फैसला लिया गया था. उसके बाद अमेरिका के अलावा यूरोप सहित दुनिया के तमाम देशों ने उसी दिन मदर्स डे मनाना शुरू कर दिया. 


अमेरिका की एना जाॅर्विस अपनी मां से बहुत प्यार करती थीं और वह अपनी मां से बहुत इंस्पायर थी. मां की मौत के बाद एना ने शादी न करने का फैसला लिया था और पूरा जीवन अपनी मां के नाम पर समर्पित करने का फैसला लिया था. इसलिए उन्होंने अपनी मां को सम्मान देने के लिए मदर्स डे मनाने की शुरुआत की थी. एना ने इसके लिए अपनी मां की पुण्यतिथि यानी 9 मई का दिन चुना. यह दिन मई के दूसरे रविवार के इर्द-गिर्द पड़ता है. यूरोप में इस दिन को मदरिंग संडे कहते हैं. दूसरी ओर, ईसाई समुदाय के लोग इस दिन को वर्जिन मेरी के नाम से भी पुकारते हैं. 


भारत देश की बात करें तो यहां भी मदर्स डे धूमधाम से मनाया जाता है. स्कूलों में तमाम तरह की प्रतियोगिताएं होती हैं. हर कोई अपनी मां को अलग तरह से विश करता है. आजकल मदर्स डे पर सोशल मीडिया में लोग अपनी मां के साथ प्यार भरी तस्वीर शेयर करते हैं और अपनी तरह से मां के प्रति अपना प्यार दुनिया के सामने जाहिर करते हैं. कुछ लोग ग्रीटिंग्स तो कुछ तोहफा देते हैं. कुछ ऐसे भी लोग हैं जो मदर्स डे के दिन मां के साथ धार्मिक यात्रा पर जाते हैं.