हर्ष के साथ मनाया गया पटना विश्वविद्यालय का 106वां स्थापना दिवस, भवनों के नए डिजायन हुए जारी
पटना विश्वविद्यालय के 106वें स्थापना दिवस के मौके पर शनिवार को यहां एक कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रस्तावित प्रशासनिक एवं अकादमिक भवनों के नए ढांचागत डिजायन जारी किए गए.
Patna: पटना विश्वविद्यालय के 106वें स्थापना दिवस के मौके पर शनिवार को यहां एक कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रस्तावित प्रशासनिक एवं अकादमिक भवनों के नए ढांचागत डिजायन जारी किए गए. अधिकारियों ने बताया कि 96 साल पुराने व्हीलर सीनेट हाउस में यह वर्षगांठ कार्यक्रम आयोजित किया गया और अब इस भवन का जीर्णोद्धार करने की भी योजना है. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने सभी तीन परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है. विश्वविद्यालय के कुलपति गिरीश कुमार चौधरी ने कहा, ' सालभर पहले इन दोनों भवनों का प्रस्ताव रखा गया था. लेकिन डिजायन में कुछ खास बदलाव किए गए हैं.'
उन्होंने कहा , ' योजना के मुताबिक परिसर में जी प्लस 8 (भूतल एवं आठ मंजिल) प्रशासनिक खंड बनेगा. इसे अंतिम रूप दे दिया गया है. पिछली योजना के अनुसार शीर्ष तल पर सभागार बनना था लेकिन अब इसे भूतल पर बनाया जाएगा.' चौधरी ने कहा कि अकादमिक खंड जी प्लस 8 (भूतल एवं आठ मंजिल) होगा तथा भूतल पर कैफेटेरिया होगा और हर तल पर औसतन दो विभाग होंगे एवं इस भवन में एक पुस्तकालय भी होगा. कुलपति ने नये डिजायन का स्लाइड भी दिखाया. इस परियोजना पर 139 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहले कहा था कि डिजायन को अंतिम रुप देने से पहले ऊंचाई संबंधी पाबंदियों पर भी गौर किया गया एवं उसके अनुसार बदलाव किए गए. अधिकारी ने कहा कि इन परियोजनाओं के वास्ते निविदाएं आमंत्रित करने के लिए नोटिस जारी किया गया है तथा तकनीकी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद दिसंबर-जनवरी में उसकी आधारशिला रखी जाएगी. कुलपति ने कहा कि प्रशासनिक खंड में सामान्य, प्रतिष्ठान, पंजीकरण एवं अन्य विभाग, प्रतिकुलपति कार्यालय एवं अन्य कार्यालय होंगे. उन्होंने कहा कि उसमें सिंडिकेट, अकादमिक परिषद और संगोष्ठी कक्ष होंगे. उनके अनुसार परियोजना के दो साल में पूरा होने की आशा है. उन्होंने कहा कि खाली हो जाने के बाद पुराने प्रशासनिक खंड का उपयोग व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए किया जाएगा तथा स्नातकोत्तर विभागों के नए अकादमिक भवन में स्थानांतरित होने के बाद वाणिज्य महाविद्यालय ऐतिहासिक दरभंगा हाऊस में स्थानांतरित होगा.
गिरीश कुमार चौधरी ने कहा, ' विश्वविद्यालय के खोए वैभव को फिर हासिल करने का हम प्रयास कर रहे हैं.' उन्होंने कहा कि व्हीलर सीनेट हाउस के जीर्णोद्धार के लिए 2.84 करोड़ रुपये मंजूर किये गये हैं. इसका नाम प्रांत के तत्कालीन गवर्नर एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सर हेनरी व्हीलर के नाम पर रखा गया था जिन्होंने 1926 में इसका उद्घाटन किया था. वर्षगांठ कार्यक्रम में बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर मुख्य अतिथि थे और शिक्षा विभाग के सचिव असंगबा आओ भी मौजूद थे. पटना विश्वविद्यालय की स्थापना एक अक्टूबर, 1917 को हुई थी और यह गंगा नदी के तट तथा पुराने अशोक राजपथ के बीच स्थित है.
(इनपुट भाषा/प्रीतम)