Samadhan Yatra: बिहार में आज यात्राओं का दिन: चंपारण से नीतीश तो मंदार से मल्लिकार्जुन खरगे करेंगे यात्रा की शुरुआत
Samadhan Yatra and hath se hath jodo Yatra: कांग्रेस की पदयात्रा में बिहार के वरिष्ठ नेता और जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे. इस पदयात्रा की तैयारियों की निगरानी के लिए जिला स्तरीय समितियां गठित की हैं जिनमें वरिष्ठ नेता शामिल हैं.
पटनाः Samadhan Yatra and hath se hath jodo Yatra: बिहार की राजनीति में गुरुवार पांच जनवरी का दिन यात्राओं का दिन है. जहां एक ओर सीएम नीतीश आज औपचारिक तौर पर चंपारण से अपनी समाधान यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं तो वहीं कांग्रेस की हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा की शुरुआत हो रही है. इसे भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर ही बिहार में किया जा रहा है. बांका के मंदार पर्वत से मल्लिकार्जुन खरगे इसकी शुरुआत करेंगे. वह पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 30 मिनट पर कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे.सभा को संबोधित करने के बाद वह पदयात्रा की शुरुआत करेंगे.
सीएम नीतीश ने शुरू कर दी यात्रा
वहीं, सीएम नीतीश की समाधान यात्रा की शुरुआत भले ही औपचारिक तौर पर आज से शुरू हुई, लेकिन वह कल बुधवार को ही चंपारण के लिए निकल पड़े थे. इसके साथ ही उन्होंने रात में ही विकास कार्यों और योजनाओं का जायजा लेना भी शुरू कर दिया है. सीएम नीतीश की इस यात्रा का उद्देश्य ये जानना है कि विकास कार्यों की धरातल पर क्या स्थिति है.
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस की पदयात्रा में बिहार के वरिष्ठ नेता और जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे. इस पदयात्रा की तैयारियों की निगरानी के लिए जिला स्तरीय समितियां गठित की हैं जिनमें वरिष्ठ नेता शामिल हैं. पार्टी ने सभी क्षेत्रों के लोगों से महंगाई, बेरोजगारी और सामाजिक अविश्वास के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई में साथ आने की अपील की है. बांका में आज इस यात्रा की शुरुआत से पहले हफ्ते भर तक कांग्रेस ने कैंपिंग करके यहां के माहौल को जाना था.
राजद-जदयू नहीं होंगी शामिल
बिहार में कांग्रेस यह यात्रा निकाल रही है, लेकिन महागठबंधन में शामिल राजद और जदयू दोनों ने ही इस यात्रा में शरीक होने से इनकार किया है. साफ है कि कांग्रेस की इस यात्रा का उद्देश्य 2024 के लिए बिहार को साधना है, लेकिन वहीं की राजनीति में कांग्रेस के साथ साझेदारी करने में दोनों दलों को दिलचस्पी नहीं है. पहले बिहार में पीके की जन सुराज यात्रा, फिर कांग्रेस की यात्रा और सीएम नीतीश की समाधान यात्रा. इन यात्राओं का किसको क्या फल मिलने वाला है. ये वक्त बताएगा.