महागठबंधन सरकार बनने के बाद बिहार में बढ़े अपराधिक मामले? नित्यानंद राय ने ट्विटर पर शेयर किया डाटा
बिहार सरकार पर लगातर कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगता रहता है. इसको लेकर विपक्ष लगातर सरकार पर हमला बोल रहा है.
Patna: बिहार सरकार पर लगातर कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगता रहता है. इसको लेकर विपक्ष लगातर सरकार पर हमला बोल रहा है. इसी कड़ी में अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने नीतीश कुमार नीत सरकार पर राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि हत्या, बलात्कार और अपहरण की घटनाओं में पिछले साल अगस्त में महागठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद से कई गुना वृद्धि हुई है.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लगाए आरोप
नित्यानंद ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि बिहार में पिछले सात महीनों में गंभीर अपराध की 4848 घटनाएं हुई हैं. केन्द्रीय मंत्री ने आपराधिक घटनाओं का रिकॉर्ड साझा करते हुए ट्वीट किया है, 'नौ अगस्त, 2022 को नीतीश-तेजस्वी की सरकार बिहार में बनी. तबसे लेकर आजतक 4848 अपराध की घटनाएं बिहार में हुई हैं. इनमे से 2070 हत्याएं, 345 ब्लात्कार, 144 अपहरण तथा 700 हत्या के प्रयास के मामले हुए हैं.'
अपराधियों को पनाह देने का लगाया आरोप
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने महागठबंधन सरकार पर अपराधियों को पनाह देने का आरोप लगाते हुए लिखा है, 'हत्या, लूट, दुष्कर्म से त्रस्त बिहार है. अपराधियों की बहार है....क्योंकि अपराध को पनाह देने वाली बिहार नीतिश-तेजस्वी की सरकार है. बिहार की महागठबंधन सरकार कान में रूई डालकर मौन बैठी है. अपराधी बेखौफ़ वारदातों को अंजाम दे रहे.' उन्होंने यह भी दावा किया कि 'भाजपा आएगी- अपराध जाएगा.'
मृत्युंजय तिवारी ने किया पलटवार
नित्यानंद के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद के वरिष्ठ नेता और पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, 'भाजपा नेताओं को विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर टिप्पणी करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. भाजपा शासित राज्यों में पुलिस हिरासत में लोग मारे जा रहे हैं. महागठबंधन सरकार ने बिहार में कानून का राज स्थापित किया है.'
(इनपुट भाषा के साथ)