अब नहीं दिखेगा पटना के बोरिंग रोड पर ग्रेजुएट चाय वाली का स्टॉल, रो-रोकर सीएम से मांग रहीं मदद
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इससे पहले भी स्टॉल को हटाया गया था लेकिन दोबारा से उसी जगह पर स्टॉल लगाया गया. इस कारण कार्रवाई हुई. वहीं प्रियंका गुप्ता का कहना है कि उनसे कई बड़े अधिकारियों ने सपोर्ट करने का वादा किया था. फिर भी नगर निगम के लोगों ने कार्रवाई की है. ऐसे में उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से एक दुकान की मांग की है.
पटना : पटना के बोरिंग रोड पर ग्रेजुएट चाय वाली का स्टॉल अब नहीं दिखेगा. बता दें कि पटना की इस ग्रेजुएट चाय वाली ने देश ही नहीं दुनिया भर के लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है.
अतिक्रमण हटाने के क्रम में निगम ने जब्त कर लिया स्टॉल
अब बता दें कि पटना नगर निगम ने गुरुवार को अतिक्रमण हटाने के तहत कार्रवाई करते हुए उसके स्टॉल को जब्त कर लिया है. अपना स्टॉल उठता देख ग्रेजुएट चाय वाली प्रियंका गुप्ता सड़क पर फूट-फूट कर रोने लगीं.
निगम अधिकारियों का दावा पहले भी हटाया था स्टॉल फिर लगाया
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इससे पहले भी स्टॉल को हटाया गया था लेकिन दोबारा से उसी जगह पर स्टॉल लगाया गया. इस कारण कार्रवाई हुई. वहीं प्रियंका गुप्ता का कहना है कि उनसे कई बड़े अधिकारियों ने सपोर्ट करने का वादा किया था. फिर भी नगर निगम के लोगों ने कार्रवाई की है. ऐसे में उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से एक दुकान की मांग की है.
रो-रोकर प्रियंका का बुरा हाल, सीएम नीतीश से लगा रही मदद की गुहार
प्रियंका गुप्ता का कहना है कि मैंने अपनी मेहनत से स्टॉल लगाया था. आज इसको उठा कर ले गए सरकार हमें एक जगह दे जहां हम अपना स्टॉल लगा सकें. प्रियंका ने वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से अर्थशास्त्र में स्नातक किया है. वह पूर्णिया के रहने वाली हैं.
एमबीए चायवाले प्रफुल्ल बिल्लोरे से प्रेरणा लेती हैं प्रियंका गुप्ता
प्रियंका ने ग्रेजुएशन के बाद 2 साल प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी की लेकिन नौकरी नहीं मिली. इसी दौरान एमबीए चायवाले प्रफुल्ल बिल्लोरे का वीडियो देखा उससे प्रेरणा मिली और चाय का स्टार्टअप खोला. प्रियंका 11 अप्रैल से चाय का ठेला लगा रही हैं. उन्होंने ठेले पर लिखा है 'ग्रेजुएट चाय वाली' पीना ही पड़ेगा. पहले यह ठेला पटना विमेंस कॉलेज के आगे लगती थी बाद में इसे लेकर वह बोरिंग कैनाल रोड पहुंची थी.
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