Dhirendra Krishna Shastri: पटना के नौबतपुर तरेत पाली में बाबा बागेश्वर की हनुमत कथा के तीसरे दिन दिव्य दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भीड़ में से लोगों को बुलाकर उनका परचा खोला. सोमवार को बाबा बागेश्वर ने झारखंड की एक महिला को बुलाया और जब उसके बारे में बताने लगे तो मंच पर मौजूद महिला भी रोने लगी. 


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बाबा बागेश्वर ने महिला से कहा- अब रोइए नहीं. गंभीरता से मेरी बात सुनिए. अगर गलत बोला तो आप टोक देना. माइक ले सकती हैं. पर्चा में कोई ऐसी बात नहीं लिखी है. बाबा बागेश्वर ने महिला से कहा, गृह क्लेश का मसला है. पति की फोटो लेकर आई हैं. आपके पति के शरीर में दिक्कत है. शरीर में सुन्नपन की समस्या है. बीच-बीच में आराम मिलता है तो कभी कभी बहुत उत्पात भी मचाते हैं. शादी के तुरंत बाद यह समस्या शुरू हुई है. पहले मंदबुद्धि थे और दिमाग कम काम करता था. महिला ने इस पर सहमति जताई. इसके बाद बाबा बागेश्वर ने कहा- दवा काम करेगी और वे पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे. फिर बाबा ने महिला को परचा दिया और कहा- आप इसे पढ़ लीजिए. 


इसके बाद बाबा बागेश्वर ने अंकित नाम के युवक को बुलाया, जो झारखंड से आया था. बाबा बागेश्वर ने उससे पूछा- करियर के सवाल लेकर आए हो. व्यापार की ओर जाओ. क्रिकेट में करियर नहीं है. तुम्हारे घर में डेढ़ साल से परेशानी बनी हुई है. 


इसके बाद बाबा ने मीना नाम की महिला को बुलाया और पूछा- क्या परेशानी है. महिला ने बेटे को मिरगी आने की शिकायत की. फिर बाबा ने महिला को कहा कि उसके पैर में दर्द रहता है. उन्होंने कुछ मंत्र बताया और कहा कि बालाजी में पेशी से कल्याण होगा. इसके बाद रीना नाम की महिला को बुलाते हुए उन्होंने पूछा- कहां से आई हो तो महिला ने जवाब दिया- बक्सर से. महिला ने बड़े बेटे की सरकार नौकरी को लेकर पूछा तो बाबा बागेश्वर ने कहा- छोटे बेटे की किसी से बनती नहीं है. उन्होंने कहा- बेटे का कल्याण होगा और 2026 तक उसकी सरकारी नौकरी का योग है.


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