Old Pension Scheme: देशभर में ओल्ड पेंशन योजना को लागू करने की मांग कर्मचारियों के द्वारा की जा रही है. इस पेंशन योजना को कई यूपीए शासित राज्यों ने लागू भी कर दिया है. वहीं आम आदमी पार्टी शासित पंजाब में भी इसे लागू करने का फैसला लिया गया है. पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करनेवाले राज्यों में सबसे पहला राज्य राजस्थान बना है. 2004 में जब पूरे देश में नई पेंशन व्यवस्था लागू की गई थी तभी से इसका विरोध किया जाने लगा था. 


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अंशदाता के अंशदान पर आधारित इस नई पेंशन व्यवस्था से कर्मचारी खुश नहीं हैं. इस योजना में सरकारी कर्मचारी के साथ सरकार भी अंशदान देती है और बाद में यही रकम पेंशन के रूप में मिलता है. जबकि पुरानी पेंशन व्यवस्था में यह नहीं था इसकी पूरी व्यवस्था सरकार के तरफ से की जाती थी. ऐसे में पुरानी पेंशन व्यवस्था की वजह से सरकरा पर धन राशि का अतिरिक्त बोझ पड़ता था. अब नई पेंशन व्यवस्था के लागू होने के बाद सरकार पर इसका बोझ थोड़ा कम हुआ है. ऐसे में कर्मचारियों के द्वारा लगातार नई पेंशन व्यवस्था को हटाकर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग की जाती रही है. हालांकि रिजर्व बैंक इस बात को दोहराता रहा है कि पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करने से राज्यों पर इसका अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा. 


ऐसे में लंबे इंतजार के बाद केंद्र सरकार की तरफ से भी इसको लेकर केंद्रीय कर्मचारियों को खुशखबरी दी गई है. केंद्रीय कर्मचारियों को पुरानी पेंशन व्यवस्था का लाभ मिलेगा. फिर भी आपको बता दें कि पुरानी पेंशन व्यवस्था का लाभ सभी कर्मचारियों को नहीं दिया जाएगा. बल्कि इसका लाभ कुछ ही कर्मचारियों को मिल पाएगा. इस पेंशन व्यवस्था को चुनने का लाभ कुछ चुनिंद कर्मचारियों को मिल रहा है. 


आपको बता दें कि 22 दिसंबर 2003 से पहले जिन कर्मचारियों ने नौकरी ज्वॉइन की है उन्हें ही इस पेंशन में शामिल होने का मौका मिला. जिन कर्मचारियों ने इसके बाद निकली भर्ती के जरिए नौकरी पाई है उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा. ये सभी कर्मचारी नई पेंशन योजना का लाभ ले पाएंगे. अब जारी नोटिफिकेशन की मानें तो 31 अगस्त 2023 तक इस विकल्प का उपयोग किया जा सकता है. मतलब पुरानी पेंशन योजना का लाभ पाने के लिए पहले कर्मचारियों को इस तिथि तक इस योजना का चयन करना होगा नहीं तो उन्हें न्यू पेंशन योजना के तहत ही लाभ दिया जाएगा. एक बार किसी कर्मचारी ने पुरानी पेंशन योजना के साथ अपने आप को रखने का फैसला कर लिया तो फिर वह नई पेंशन योजना में वापसी नहीं कर पाएंगे. 


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