एक अनाथ दिव्यांग बच्चा अब अमेरिकन दंपत्ति का बना पुत्र, विदेश की गलियों में खेलेगा
खबर दानापुर से है जहां दानापुर के लेखा नगर स्थित सृजन विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान का एक दिव्यांग बच्चा अब अमेरिका के वाशिंगटन के दंपत्ति का पुत्र बनकर वहां की गलियों में खेलेगा. बता दें कि इस बच्चे को इसकी मां ने साल 2019 के दिसंबर की कड़कड़ाती ठंड में मरने के लिए सड़क पर छोड़ दिया था.
दानापुर : खबर दानापुर से है जहां दानापुर के लेखा नगर स्थित सृजन विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान का एक दिव्यांग बच्चा अब अमेरिका के वाशिंगटन के दंपत्ति का पुत्र बनकर वहां की गलियों में खेलेगा. बता दें कि इस बच्चे को इसकी मां ने साल 2019 के दिसंबर की कड़कड़ाती ठंड में मरने के लिए सड़क पर छोड़ दिया था. उसी को आज 3 वर्ष के बाद दत्तक पुत्र के रूप में गोद लेने के लिए अमेरिका के वाशिंगटन से एक दंपति दानापुर पहुंचे हैं और यहां के सृजन विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में 3 साल के अर्जित नाम के दिव्यांग बच्चे को गोद लिया है.
3 साल की लंबी प्रक्रिया के बाद आज वह मौका मिला है जब दानापुर एसडीओ प्रदीप कुमार के हाथ इन्हें बच्चा सौंप दिया गया. एसडीओ प्रदीप ने कहा की आईएएस बनने के बाद यह मेरा पहला मौका है कि किसी बच्चे को मैं विदेश से आए मेहमान को गोद देने का काम कर रहा हूं. काफी सुखद अनुभव हो रहा है. वही अमेरिकी दंपत्ति डॉक्टर करलिनराय मिलर और उनके पति कथलीन शुबलियन ने कहा कि हमें काफी खुशी महसूस हो रही है कि हमने एक बच्चे को गोद ले लिया है. अमेरिकी दंपत्ति के पास पहले से ही 3 बच्चे हैं और अब यह उनका चौथा बच्चा होगा.
वहीं जिला उपनिदेशक बाल संरक्षण विभाग के उदय कुमार ने कहा कि वाशिंगटन से आए मेहमानों ने 3 वर्ष पहले ही इसे गोद लेने की इच्छा जाहिर की थी और फिर इसको लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. आज प्रक्रिया पूरा होने के बाद उन्हें बच्चे को दानापुर एसडीओ प्रदीप कुमार के हाथों सौंपा गया है.
वहीं संस्था के निदेशक सरिता कुमारी ने कहा कि 2019 में इस बच्चे को विक्रम इलाके में पाया गया था. इसके होंठ प्राकृतिक रूप से कटे हुए थे और बायां हाथ भी कटा हुआ था. इसे संस्था में लाया गया और उस दौरान आए अमेरिकी दंपत्ति ने इस बच्चे को गोद लेने की इच्छा जाहिर की थी. जिसके बाद प्रतिक्रिया पूरी होने के बाद आज उन्हें सौंपा जा रहा है.
(रिपोर्ट-इश्तियाक खान)
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