Purnia: जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव को हिरासत में भेजे जाने के बाद उनकी गिरफ्तारी के विरोध में राज्य के कई संस्थाओं की तरफ से आवाज उठने लगी है. इसी क्रम में पैनोरमा ग्रुप के MD संजीव मिश्रा ने कहा कि पप्पू यादव विपदा के समय में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करते हैं.


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उन्होंने कहा कि जब कोरोना में तमाम लोग घरों में कैद हो गए हैं, तब केवल पप्पू यादव लोगों के बीच मौजूद थे. यही बात पूरी तरह से बिहार के मठाधीश राजनीतिज्ञों को अखरने लगा था. इसी का खामियाजा आज पप्पू यादव आज उठा रहे हैं. संजीव मिश्रा ने पप्पू यादव के खिलाफ साजिश होने का भी अंदेशा जताया है.


संजीव मिश्रा ने कहा कि पप्पू यादव गिरफ्तार पटना से हुए फिर कभी उन्हें वीरपुर, कभी दरभंगा तो कभी मधेपुरा शिफ्ट किया गया. पप्पू यादव प्राथमिक जांच में कोरोना नेगेटिव पाए गए थे. लेकिन जिस तरह से उनको एक जगह से दूसरे जगह ले जाया गया इससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ा है.


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मिश्रा के अनुसार, उन्हें इस बात का अंदेशा है कि पप्पू यादव के स्वास्थ्य को लेकर कोई गंभीर साजिश की जा रही है. ऑपरेशन के बावजूद इस कोरोना काल में जब लोग अपने परिवार के भाई और भतीजा से नहीं मिलता है तब पप्पू यादव आम लोगों से मिलने के लिए अस्पताल जाते थे. 


उन्होंने आगे कहा कि पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कई कोरोना वार्ड में जाकर मरीजों की हालात व विधी व्यवस्था को लेकर जानकारी ली है. किसी शख्स को आज मदद की जरूरत होती है तो पप्पू यादव के अलावा कोई मदद के लिए आगे नहीं आता है.


संजीव मिश्रा ने आगे कहा कि इस महामारी के समय में आखिर पप्पू यादव की ही गिरफ्तारी क्यों हुई? इतने सारे नेताओं पर अपहरण, हत्या व रेप के आरोप हैं लेकिन सब बाहर हैं. पप्पू यादव लोगों की मदद कर रहे थे इसलिए उनको फंसाया गया है.